Satyapal Malik Story: भारत की सियासत के एक और धुरंधर ने दुनिया को अलविदा कह दिया है. कभी मोदी सरकार में भरोसेमंद सलाहकार रहे, तो कभी मोदी और भाजपा के कट्टर विरोधी, कभी कांग्रेस के वफादार रहे, तो कभी कंग्रेस के बड़े आलोचक... यहां बात सत्यपाल मलिक की हो रही है. पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का मंगलवार को निधन हो गया. 79 वर्षीय सत्यपाल मलिक लंबे समय से बीमार थे. उन्होंने दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में आखिरी सांस ली.
सत्यपाल मलिक ने जम्मू कश्मीर के अलावा बिहार, गोवा और मेघालय जैसे राज्यों में राज्यपाल के रूप में भी अपनी सेवाएं दीं. सबसे दिलचस्प बात कि सत्यपाल मलिक जम्मू एवं कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटने के साक्षी रहे. मलिक का सियासी सफर बेहद रोचक रहा, वक्त के साथ जैसे-जैसे मौसम बदला, वो पार्टी भी बदलते रहे. कभी कांग्रेस, कभी जनता दल, तो कभी भाजपा. सत्यपाल मलिक ने सभी नाव की सवारी की.
पश्चिमी उत्तर प्रदेश की सियासत में सत्यपाल मलिक की अच्छी खासी पैठ मानी जाती थी. जन्म की बात करें तो वो तारीख थी 25 जुलाई 1946, जगह था उत्तर प्रदेश के बागपत जिला... यहीं पर एक जाट परिवार में सत्यपाल मलिक का जन्म हुआ था. मेरठ से उन्होंने अपनी शिक्षा हासिल की. राजनीतिक सफर की बात करें तो सत्यपाल मलिक ऐसे राजनेता थे, जो मौका देख कांग्रेस, जनता दल और भाजपा की नाव पर सवार हुए.
सत्यपाल मलिक के कार्यकाल में जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 को खत्म किया गया और एक पूर्व राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित किया गया था. संयोग है कि उनके कार्यकाल में ही ठीक 6 साल पहले, 5 अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को निरस्त किया गया था, जो भारतीय इतिहास का एक महत्वपूर्ण निर्णय माना जाता है.
जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के निधन पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी समेत कई पार्टियों के नेताओं ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट डालकर दुख जताया. सत्यपाल मलिक ने मंगलवार को 1 बजकर 12 मिनट पर दिल्ली के राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल में आखिरी सांस ली. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सत्यपाल मलिक के निधन पर दुख जताते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, 'पूर्व राज्यपाल व किसान हितैषी नेता, सत्यपाल मलिक के निधन का समाचार बेहद दुखद है. वे बेबाकी और निडरता से सत्ता को सच्चाई का आईना दिखाते रहे. शोकाकुल परिवारजनों और समर्थकों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं.'
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक जी के निधन की ख़बर सुनकर बेहद दुख हुआ. मैं उन्हें हमेशा एक ऐसे इंसान के रूप में याद करूंगा, जो आख़िरी वक्त तक बिना डरे सच बोलते रहे और जनता के हितों की बात करते रहे. मैं उनके परिवारजनों, समर्थकों और शुभचिंतकों के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं.' कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने लिखा, 'देश के किसानों की मुखर आवाज एवं पूर्व राज्यपाल सत्यपाल सिंह मलिक जी के निधन का समाचार अत्यंत दुखद है. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें. शोक-संतप्त परिवारजनों एवं समर्थकों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं.'
दिल्ली के पूर्व सीएम और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने एक्स पर लिखा, 'पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक जी के निधन का समाचार अत्यंत दुखद है. भारतीय राजनीति ने एक ऐसा व्यक्तित्व खोया है जो सत्ता के सामने भी सच बोलने का साहस रखता था. वे न सिर्फ एक अनुभवी राजनेता थे, बल्कि देशहित के मुद्दों पर निडर होकर अपनी बात कहने वाले विरले नेताओं में से एक थे. ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और शोकाकुल परिवार को यह कठिन समय सहने की शक्ति दें.'
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लिखा, 'गोवा, बिहार, मेघालय और जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल रहे श्री सत्यपाल मलिक जी का निधन, अत्यंत दुःखद. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें. शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदनाएं.'