Sukhoi 30 MKI Heavy Strike Mode: भारतीय वायुसेना के सुखोई-30 एमकेआई (Su-30 MKI) फाइटर जेट की खूबियां किसी से छिपी हुई नहीं है. ये रूसी फाइटर जेट कई अहम मिशन पूरे कर चुका है. अब इसे और ताकतवर बनाने की दिशा में कदम बढ़ाया जा रहा है. इसके लिए इस जेट में चार मिसाइलें फिट की जाएंगी. ये मिसाइलें इस फाइटर जेट को हैवी स्ट्राइक मोड बदल देंगी. यानी ये पहले से भी ज्यादा रौद्र रूप में नजर आने वाला है.
ये मिसाइलें फिट की जाएंगी
दरअसल, DRDO ने हाल ही में नई मिसाइल तकनीक रुद्रम-ІІІ (Rudram-III) को प्रदर्शित किया. इसे भारतीय वायु सेना के सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू विमान के लिए डिजाइन किया गया है. इसमें 4 रुद्रम-ІІІ मिसाइलें फिट होंगी, जो इसके 'हैवी स्ट्राइक मोड' को दिखाएंगी.
एक साथ कई लक्ष्यों पर हमला
दावा है कि DRDO ने सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू विमान को रुद्रम-ІІІ मिसाइल के साथ जोड़ने की प्रक्रिया तेजी से शुरू कर दी है. इस विमान में चार रुद्रम-ІІІ मिसाइलों को जोड़ा जाएगा. दोनों परों के नीचे दो-दो मिसाइलें लगाईं जाएंगे. फिर यह विमान को एक साथ कई लक्ष्यों पर हमला करने की क्षमता पा लेगा.
रुद्रम-ІІІ मिसाइल में क्या खास बात है?
- रुद्रम-ІІІ हाइपरसोनिक एयर-लॉन्च्ड बैलिस्टिक मिसाइल है, ये हवा से सतह पर हमला करने के लिए डिजाइन की गई है.
- यह मिसाइल 550 किलोमीटर से अधिक की दूरी के लक्ष्य को भेद सकती है.
- इसकी हाइपरसोनिक गति मैक 5 से अधिक है यानी ध्वनि की गति से पांच गुना तेज है.
- रुद्रम-ІІІ मिसाइल का वजन लगभग 1.6 टन है. यह 200-400 किलो विस्फोटक ले जाने में सक्षम है
रुद्रम-ІІІ मिसाइल के दो वेरिएंट
एंटी-रेडिएशन वेरिएंट: इस वेरिएंट को दुश्मन के रडार एस्टेब्लिशमेंट को नष्ट करने के लिए बनाया गया है, ताकि उनकी वायु रक्षा प्रणाली को कमजोर किया जा सके.
ग्राउंड अटैक वेरिएंट: यह वेरिएंट हार्ड एयरक्राफ्ट शेल्टर, बंकर, हवाई क्षेत्रों और अन्य अहम ठिकानों को निशाना बनाने की क्षमता रखता है.