trendingNow1zeeHindustan2712023
Hindi news >> Zee Hindustan>> राष्ट्र
Advertisement

Tahawwur Rana case: मुंबई आतंकी हमले मामले में केंद्र ने इस अधिवक्ता को बनाया सरकारी वकील, तहव्वुर राणा पर आरोप होंगे सिद्ध

Advocate Narender Mann appointed as special public prosecutor: मुंबई आतंकवादी हमले के साजिशकर्ता तहव्वुर हुसैन राणा, जिसे अमेरिका से प्रत्यर्पित किया गया है, उसे तिहाड़ जेल के उच्च सुरक्षा वाले वार्ड में रखा जाएगा.

Tahawwur Rana case: मुंबई आतंकी हमले मामले में केंद्र ने इस अधिवक्ता को बनाया सरकारी वकील, तहव्वुर राणा पर आरोप होंगे सिद्ध

Tahawwur Rana case: केंद्र ने 26/11 मुंबई आतंकी हमला मामले में सुनवाई के लिए अधिवक्ता नरेंद्र मान को विशेष सरकारी वकील नियुक्त किया है. इस मामले में तहव्वुर राणा को अमेरिका से भारत प्रत्यर्पित किया जा रहा है. गृह मंत्रालय द्वारा जारी गजट अधिसूचना के अनुसार, मान जिन्होंने विभिन्न मामलों में विशेष सरकारी वकील के रूप में CBI का प्रतिनिधित्व किया है, अब उन्हें इस मामले में तीन साल की अवधि के लिए नियुक्त किया गया है.

अधिसूचना में कहा गया है, 'केंद्र सरकार, दिल्ली में NIA की विशेष अदालतों और अपीलीय अदालतों के समक्ष राष्ट्रीय जांच एजेंसी की ओर से NIA मामले (आरसी-04/2009/एनआईए/डीएलआई) से संबंधित मुकदमे और अन्य मामलों के संचालन के लिए नरेंद्र मान, अधिवक्ता को विशेष लोक अभियोजक के रूप में नियुक्त करती है. यह नियुक्ति इस अधिसूचना के प्रकाशन की तारीख से 3 साल की अवधि के लिए या उक्त मामले की सुनवाई पूरी होने तक, जो भी पहले हो, के लिए की गई है.'

मान ने CBI के लिए विशेष लोक अभियोजक के रूप में कई हाई-प्रोफाइल मामलों को संभाला है, जिसमें 2018 में कर्मचारी चयन आयोग (SSC) पेपर लीक घोटाला भी शामिल है.

बता दें कि 26/11 मुंबई आतंकी हमलों में अपनी भूमिका के लिए गिरफ्तारी के करीब 16 साल बाद अमेरिका से प्रत्यर्पित किए जा रहे राणा को दिल्ली में विशेष विमान के उतरने के बाद NIA द्वारा आधिकारिक रूप से गिरफ्तार किया जाएगा. इसके बाद उसे वर्चुअली कोर्ट में पेश किया जाएगा और फिर न्यायिक हिरासत में ले लिया जाएगा.

कौन है राणा?
पाकिस्तानी मूल के कनाडाई नागरिक राणा को तिहाड़ जेल में उच्च सुरक्षा वाले वार्ड में रखा जाएगा. 26/11 के साजिशकर्ता के प्रत्यर्पण को अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट द्वारा राणा की अंतिम याचिका खारिज किए जाने के बाद मंजूरी दी गई थी.

पूर्व पाकिस्तानी सैन्यकर्मी राणा पर आरोप है कि उसने डेविड कोलमैन हेडली को रसद और वित्तीय रूप से सपोर्ट किया. जिसके बाद मुंबई में लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकवादियों के खून बहाया. बता दें कि हमले से पहले हेडली ने लक्ष्यों की रेकी कर अपने आकाओं को जानकारी दी थी.

वो ऐसा समय था, जब 60 घंटे मुंबई घेराबंदी में थी और मुंबई में कई स्थानों पर आतंकवादियों ने हमला किया हुआ था. इस हमले में 166 लोगों की हत्या कर दी गई थी. वहीं, नौ आतंकवादी मारे गए थे जबकि एक अजमल कसाब को जीवित पकड़ लिया गया था. कसाब को 2012 में पुणे की यरवदा जेल में फांसी दे दी गई.

Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.

Read More