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BSF की ड्यूटी क्या है और कैसी काम करती है? पढ़ें- कुछ फैक्ट

What is BSF: संसद ने 1968 का सीमा सुरक्षा बल अधिनियम पारित किया, जिसमें बीएसएफ नियम शामिल थे. इसका विशिष्ट कार्य भारत-पाकिस्तान सीमा की सुरक्षा करना था. बीएसएफ का गठन पाकिस्तान के साथ शत्रुता की समाप्ति के साथ हुआ.

BSF की ड्यूटी क्या है और कैसी काम करती है? पढ़ें- कुछ फैक्ट

BSF Responsibilities: बीएसएफ का मतलब है सीमा सुरक्षा बल (BSF). यह गृह मंत्रालय के अधीन भारत के अर्धसैनिक बलों में से एक है. इसकी स्थापना 01 दिसंबर 1965 को हुई थी और इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है. जैसा कि नाम से ही पता चलता है, सीमा सुरक्षा बल का प्राथमिक मिशन पाकिस्तान के साथ भारत की सीमा की रक्षा करना, अवैध अप्रवास को रोकना और आतंकवाद के खतरों का मुकाबला करना है.

BSF एक प्रमुख सुरक्षा बल है जिसका काम भारत की क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करना और इसकी सीमाओं पर शांति बनाए रखना है.

BSF की जानकारी
आज की दुनिया में, सीमाओं को सुरक्षित रखना राष्ट्रीय संप्रभुता बनाए रखने और देश के नागरिकों की सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित करने का एक महत्वपूर्ण पहलू है. भारत का सीमा सुरक्षा बल (BSF) एक जबरदस्त बल के रूप में उभरा है, जो देश की सीमाओं की सुरक्षा और इसकी क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए समर्पित है.

BSF का इतिहास
01 दिसंबर 1965 को सीमा सुरक्षा बल (BSF) की स्थापना हुई थी. प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने 20 अप्रैल 1965 को कैबिनेट की आपातकालीन समिति की बैठक का नेतृत्व किया, जिसमें सीमा सुरक्षा में पुलिस की भूमिका पर चर्चा की गई, जिसके परिणामस्वरूप अंततः यह निर्णय लिया गया.

उस दौरान अच्छी ट्रेनिंग, उपयुक्त उपकरण, कमांड संरचना और उपयुक्त भूमिकाओं पर भी चर्चा की गई. राज्य के पुलिस बलों की 25 सीमा बटालियनों को मिलाकर बीएसएफ का गठन किया गया. इस नए बल में 12 भारतीय रिजर्व बटालियनों में से पांच को भी शामिल किया गया. बीएसएफ का गठन शुरू में सीआरपीएफ अधिनियम के तहत किया गया था.

संसद ने 1968 का सीमा सुरक्षा बल अधिनियम पारित किया, जिसमें बीएसएफ नियम शामिल थे. इसका विशिष्ट कार्य भारत-पाकिस्तान सीमा की सुरक्षा करना था. बीएसएफ का गठन पाकिस्तान के साथ शत्रुता की समाप्ति के साथ हुआ.

BSF में भर्ती कैसे होते हैं?
-सीमा सुरक्षा बल (BSF) हर साल 18 से 23 वर्ष की आयु सीमा के भीतर आने वाले पुरुषों और महिलाओं दोनों से आवेदन आमंत्रित करता है.

-आरक्षित आवेदकों के लिए आयु सीमा में कुछ लचीलापन प्रदान किया जाता है.

-बीएसएफ परीक्षा के लिए पात्रता मानदंड में किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से 10+2 डिप्लोमा या स्नातक की डिग्री होना शामिल है.

-चयन प्रक्रिया को दो चरणों में विभाजित किया गया है: चरण I में लिखित परीक्षा शामिल है, जबकि चरण II में शारीरिक प्रशिक्षण, साक्षात्कार, दस्तावेज सत्यापन और चिकित्सा परीक्षा शामिल है.

बीएसएफ का आदर्श (BSF Motto)
सीमा सुरक्षा बल (BSF) का आदर्श वाक्य 'मृत्यु तक कर्तव्य' है. यह आदर्श वाक्य कर्तव्य के प्रति उनकी दृढ़ प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जो देश के लिए बलिदान देने के लिए भी तैयार रहते हैं. यह BSF के चरित्र में निहित वीरता और दृढ़ संकल्प की एक शक्तिशाली याद दिलाता है, जो देश की सीमाओं के संरक्षक के रूप में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर देता है.

कर्तव्य और कार्य
BSF की विभिन्न भूमिकाएं और जिम्मेदारियों में सीमा सुरक्षा, आंतरिक सुरक्षा और कई अन्य महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां शामिल हैं.

-सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोगों में सुरक्षा की भावना को बढ़ावा देना.

-सीमा पार अपराधों, भारत के क्षेत्र में अनधिकृत प्रवेश या वहां से बाहर जाने को रोकना.

-सीमा पर तस्करी और किसी भी अन्य अवैध गतिविधियों को रोकना.

-घुसपैठ विरोधी कर्तव्य.

-सीमा पार खुफिया जानकारी एकत्र करना.

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