Thermal power plant: देश में गर्मी का पारा दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है, जिसमें इलेक्ट्रिक पावर सप्लाई का बार-बार कट होना, बढ़ रहा है. हालांकि देश में बड़े स्तर पर थर्मल प्लांट लगाए गए हैं. लेकिन गर्मी के मौसम में बार-बार बिजली का कट होने जैसी समस्याओं का सामना क्यों करना पड़ता है? साथ ही ऐसे में ये जानना भी बेहद दिलचस्प हो जाता है कि बिजली कैसे बनती है और कैसे ये सप्लाई की जाती है? अगर आपके मन में भी इस तरह के सवाल उठ रहे हैं तो यह लेख आपके लिए है, इसकी मदद से आप ऐसे सवालों के जवाब जान सकते हैं.
भारत का सबसे बड़ा पावर प्लांट (India's biggest power plant)
भारत का सबसे बड़ा पावर स्टेशन विंध्याचल पावर प्लांट है. यह पावर स्टेशन मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले में स्थित है. विंध्याचल पावर प्लांट कोयला आधारित इलेक्ट्रिक पावर स्टेशन है. भारत के सबसे बड़े पावर स्टेशन की क्षमता 4,760 मेगावाट है. यह पावर प्लांट क्षेत्रीय विकास में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है. साथ ही इसका संचालन NTPC द्वारा किया जाता है, इसके अलावा पावर प्लांट के अधिकार भी NTPC के पास ही है.
क्या है पावर प्लांट? (what is power plant)
पावर प्लांट एक इंडस्ट्रियल यूनिट है जिसकी मदद से बिजली बनाई जाती है. अलग-अलग एनर्जी सोर्स का प्रयोग करके बिजली बनाई जाती है, जैसे कि कोयला, गैस, पानी, परमाणु एनर्जी, या सौर(सोलर) एनर्जी.
कैसे बनाई जाती है बिजली? (How to produce electricity)
पावर प्लांट में कई तरीकों से बिजली बनाई जाती है. ऐसे में आइए उदाहरण से समझते हैं, थर्मल पावर प्लांट में कोयले, तेल या गैस की मदद से पानी गर्म किया जाता है, जिससे पानी की भाप बनती है. फिर यही भाप, टरबाइन को घुमाने के लिए प्रयोग की जाती है, जिसकी मदद से बिजली बनाई जाती है और फिर ट्रांसफॉर्मर तक पहुंचाई जाती है. इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिए फैराडे के 'इलेक्ट्रोमॅग्नेटिक नियम' का प्रयोग किया जाता है.
पावर प्लांट के प्रकार (Types of Power Plant)
पावर प्लांट कई प्रकार के होते हैं, जैसे कि थर्मल पावर प्लांट, जलविद्युत(Hydroelectricity) पावर प्लांट, परमाणु (nuclear) पावर प्लांट, और रिन्यूएबल (renewable) एनर्जी पावर प्लांट. इन्हीं की मदद से बिजली बनाई जाती है. ऐसे में आइए बिजली की खपत के बारे में जानते हैं.
गर्मियों में क्यों ज्यादा बिजली कटती है? (Reason of short circuit)
गर्मियों में बिजली का प्रयोग आमतौर पर बढ़ जाता है, AC और कूलर का इस्तेमाल किया जाता हैं. बता दें कि AC और कूलर जैसे इलेक्ट्रोनिक चीजों में बिजली ज्यादा खर्च होती है, जिससे मेन लाइट पर अधिक लोड पड़ जाता है और शॉर्ट सर्किट होने के चांस बढ़ जाते हैं.