नई दिल्लीः हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) की ओर से भारतीय वायुसेना को 12 नए सुखोई-30MKI लड़ाकू विमानों की आपूर्ति अप्रैल 2027 से शुरू होगी. HAL ने 12 दिसंबर को रक्षा मंत्रालय के साथ 13,500 करोड़ रुपये का अनुबंध किया था जिसके तहत यह डिलीवरी की जानी है. इस सौदे में इन विमानों के अलावा अन्य जरूरी उपकरणों की आपूर्ति भी शामिल है.
HAL की ओर से बनाए जाने वाले सुखोई-30MKI विमानों में लगभग 62.6% स्वदेशी सामग्री होगी. यह आत्मनिर्भर भारत और रक्षा निर्माण में देश की बढ़ती क्षमताओं का परिचायक है. ये विमान HAL के नासिक स्थित प्लांट में तैयार किए जाएंगे, जो पहले भी मिग और सुखोई विमानों के लाइसेंस-निर्माण में अपनी विशेषज्ञता साबित कर चुका है. यह सौदा भारत के रक्षा उत्पादन में HAL की अहम भूमिका को भी दर्शाता है.
बता दें कि भारतीय वायुसेना लंबे समय से अपने बेड़े में आधुनिक लड़ाकू विमानों की संख्या बढ़ाने की जरूरत महसूस कर रही थी. पिछले कुछ वर्षों में पुराने हो चुके विमानों के रिटायर होने और दुर्घटनाओं के चलते कई स्क्वाड्रन की संख्या में कमी आई है. ऐसे में ये 12 नए सुखोई-30MKI विमान वायुसेना की युद्धक क्षमता को बढ़ाने में मदद करेंगे.
सुखोई-30MKI भारत के सबसे प्रमुख मल्टी-रोल लड़ाकू विमानों में से एक है. इसे HAL ने रूस की मदद से विकसित किया है. यह विमान सुपीरियर एवियोनिक्स, लंबी दूरी की मिसाइल क्षमताओं और एडवांस्ड रडार सिस्टम से लैस है.
इस डील के जरिए भारत अपनी रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने के साथ-साथ ‘मेक इन इंडिया’ पहल को भी बढ़ावा दे रहा है. इस नई डिलीवरी से वायुसेना को अपने मौजूदा बेड़े को अपग्रेड करने और भविष्य की चुनौतियों का सामना करने में मदद मिलेगी.
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