भारत में 400 से भी ज्यादा नदियां हैं, यहां पर नदियां केवल पानी का सोर्स ही नहीं बल्कि आस्था का भी केंद्र है. भारत में कई प्रमुख नदिय...
भारत में सबसे बड़ी नदी गंगा है. गंगा कुल 2,525 किलोमीटर तक फैली हुई है. यह भारत की सबसे पवित्र नदी के रूप में पूजी जाती है. यह हिंदू धर्म के लिए यह आस्था का केंद्र है. गंगा नदी का जल कृषि और उद्योगों के लिए भी महत्वपूर्ण है, और इस पर कई बांध और जलविद्युत (Hydroelectricity) परियोजनाएं भी हैं.
गंगा उत्तराखंड के गंगोत्री ग्लेशियर से निकलती है और बंगाल की खाड़ी में मिल जाती है. यह उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल से होकर बहती है. उत्तराखंड के गंगोत्री से निकलने के बाद यह वहां से पहाड़ों में ही बहती है और ऋषिकेश से होकर बाद में हरिद्वार में मैदानी इलाकों में बहती है.
गंगा नदी का उद्गम गंगोत्री ग्लेशियर से होता है. यहां से निकलने पर नदी को भागीरथी कहा जाता है. यह नदी ही बाद में अलकनंदा नदी से मिलकर गंगा नदी बनाती है. पौराणिक कथाओं के अनुसार ऐसा माना जाता है कि भगरीरथ राजा ने भगवान शिव की कठोर तपस्या करने के बाद गंगा को पृथ्वी पर लाने का वरदान मांगा था.
उत्तराखंड के देवप्रयाग में भागरीरथी नदी और अलकनंदा नदी के संगम पर गंगा नदी बनती हैं. इन दोनों नदियों के मिलने से ही गंगा नदी का रूप लेती हैं. यहां से वह देश के अलग-अलग हिस्सों में बहती है. आइए जानते हैं कहां कहां बहती है पावन नदी गंगा...
उत्तराखंड के पहाड़ों से होते हुए ये नदी ऋषिकेश में बहती है उसके बाद हरिद्वार में पहली बार मैदानी इलाकों को छूती हैं. फिर इसके बाद उत्तर प्रदेश में नरोर्रा, फरूखाबाद, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी और गाजीपुर से होकर बहती है. इसके बाद ही बिहार के चौसा, बक्सर, पटना, मुंगेर, सुल्तानगंज, भागलपुर और मिर्जाचौकी से होते हुए गुजरती है.
झारखंड में यह नदी साहिबगंज, महाराजपुर, राजमहल होते हुए पश्चिम बंगाल में प्रवेश करती है, जहां यह फरक्का, रामपुर हाट, जंगीपुर, मुर्शिदाबाद, कोलकाता व गंगा सागर जैसी जगहों से होते हुए बहती है और आखिरी में बंगाल की खाड़ी में जाकर मिलती है
गंगा नदी को उत्तर भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ भी कहा गया है. गंगा का पानी, जल का एक आवश्यक स्रोत है और यह प्राचीन काल से ही फसलों की सिंचाई के लिए भी प्रयोग की जाती थी.