रूस और यूक्रेन के जंग चल रही है. रूसी रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी किए गए एक वीडियो में इस्कंदर मिसाइल (Iskander Missile) यूक्रेन के नौसैनिक अड्डों को निशाना बनाती हुई नजर आ रही है. ये हमला इतना भीषण था कि मिसाइल को यूक्रेन ट्रैक भी नहीं कर पाया है. लेकिन दावा है कि भारत का एक एयर डिफेंस सिस्टम इस मिसाइल का खात्मा कर सकता था.
सबसे पहले ये जान लें कि इस्कंदर एक शॉर्ट-रेंज बैलिस्टिक मिसाइल सिस्टम है. रूस ने साल 2006 में इसे अपनी सेना में शामिल किया था. इस मिसाइल सिस्टम की रेंज 500 किलोमीटर तक है. यह एक बार में 700KG तक विस्फोटक ले जाने में सक्षम है.
इस्कंदर मिसाइल की रफ्तार भी जबरदस्त है. ये Mach 6 से Mach 7 यानी ध्वनि की गति से 7 गुना तेज उड़ती है. आमतौर पर मिसाइलें सीधा उड़ती हैं. लेकिन ये हवा में दिशा बदल लेती है. इसी कारण इस मिसाइल को रोक पाना मुश्किल हो जाता है. इस तरह ये एयर डिफेंस सिस्टम कोचकमा दे सकती है.
नागोर्नो-काराबाख युद्ध के दौरान आर्मेनिया ने बाकू पर एक रूसी निर्मित इस्कंदर बैलिस्टिक मिसाइल दागी थी, लेकिन अजरबैजान ने उसे मार गिराया. तब एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया था कि इस मिसाइल को इजराइल और भारत निर्मित बराक-8 मिसाइल सिस्टम ने मार गिराया था. इसका मलतब है कि ये सिस्टम इस्कंदर से निपटने में सक्षम है.
इजरायल और भारत द्वारा साझा तौर पर बनाया गया बराक-8 मिसाइल सिस्टम बेहद पावरफुल है. इसकी रेंज 70 किलोमीटर के आसपास है. हालांकि, ऐसा माना जाता है कि यह 110 किमी दूर के टारगेट को किल कर सकता है. बराक-8 सिस्टम एक टाइम पर दुश्मन के 16 टारगेट्स पर 24 मिसाइलें दाग सकता है.