अमेरिका ने यूक्रेन को पैट्रियट एयर डिफेंस सिस्टम देने का फैसला किया है, खुद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि यूक्रेन को पैट्रियट एयर डिफेंस सिस्टम जरूरत है. रूस से लड़ने के लिए इस हथियार को कारगर माना जा रहा है, लेकिन ये समझना जरूरी है कि क्या ये सिस्टम रूसी मिसाइल इस्कंदर के आगे टिकेगा?
दरअसल, हाल ही में रूस ने यूक्रेन पर रूस ने इस्कंदर मिसाइल से अटैक किया था. इस मिसाइल ने यूक्रेन के तमाम एयर डिफेंस सिस्टम्स को चकमा देकर अटैक को अंजाम दिया. इस अटैक के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि पुतिन सुबह दूसरी भाषा बोलते हैं और रात को बमबारी करवाते हैं.
बता दें कि रूस की इस्कंदर मिसाइल पहले भी अमेरिकी रक्षा कवच पैट्रियट को चकमा देकर अटैक कर चुकी है.जून महीने में ही रूस ने इस्कंदर मिसाइल से यूक्रेन पर अटैक किया था, तब भी यूक्रेन में तैनात पैट्रियट रक्षा कवच इसे रोकने में पूरी तरह विफल रहा था.
रूस की इस्कंदर मिसाइलों की गति 6-7 मैक है. इस मिसाइल की सटीकता 5-7 मीटर तक है. यह एक हाइपरसोनिक श्रेणी की मिसाइल है, जिसकी रेंज 500 से 1000 KM तक है. इस मिसाइल का पूरा नाम 9K720 इस्कंदर है. रूस ने 2006 में इस मिसाइल को अपनी सेना में शामिल किया था.
अमेरिकी पैट्रियट एयर डिफेंस वैसे तो मजबूत है, लेकिन रूस की इस्कंदर मिसाइल के सामने नहीं टिकता है. इस मिसाइल बैटरी तैयार को करने में करीब 1 अरब डॉलर (लगभग 8,300 करोड़ रुपये) तक की लागत आती है. यह लॉन्चर, एडवांस्ड रडार और कंट्रोल सिस्टम से लैस होता है.