अपनी ड्रीमडेस्टिनेश पर पहुंचने के लिए अक्सर हवाई यात्रा करते हैं, काफी लोगों के लिए फ्लाइट में यात्रा करना एक ख्वाब होता है. हालांकि...
भूटान का पारो इंटरनेशनल हवाई अड्डा दुनिया के सबसे चुनौतीपूर्ण हवाई अड्डों में से है. यह एयरपोर्ट हिमालय की ऊंची चोटियों के बीच बना हुआ है. जो समुद्रतल से 7,364 फीट की ऊंचाई पर स्थित है. चारों तरफ से घिरे होने के कारण यहां पर लैंडिंग और टेक-ऑफ करना बेहद मुश्किल होता है. इस एयरपोर्ट पर हवाई जहाज उतारने के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है.
नेपाल की राजधानी काठमांडू का त्रिभुवन इंटरनेशनल एयरपोर्ट दुनिया के सबसे खतरनाक हवाईअड्डे की लिस्ट में शामिल है. 1949 में इस एयरपोर्ट से हवाई जहाज ने उडान भरी थी, तब से लेकर अब तक यहां पर करीब 18 बार विमान हादसा हो चुका है. दुर्गम पहाड़ियों और आफत भरा मौसम यहां पर विमान हादसा का मुख्य कारण हैं.
बारा हवाई अड्डा दुनिया के सबसे खतनाक हवाई अड्डों में से एक है, जो बारा के हेब्रिडियन द्वीप पर स्थित है. यह हवाई अड्डा दुनिया में एकमात्र ऐसा हवाई अड्डा है, जहां सीधे समुद्र तट पर उड़ान और लैंडिंग दोनों होती हैं. हवाई अड्डे का सबसे खतरनाक होने का मुख्य कारण है. यहां पर टेक-ऑफ और लैंडिंग दोनों ही टाइड(ज्वार) से प्रभावित होती हैं.
नेपाल में समुद्र तल से करीब 2800 मीटर की ऊंचाई पर बना है यह एयरपोर्ट 1970 में खोला गया था. लुक्ला हवाई अड्डा, जिसे तेनजिंग हिलेरी हवाई अड्डे के नाम से भी जाना जाता है. यह कई कारणों से खतरनाक है, जैसे कि उसका छोटा रनवे, ढलान, और खराब मौसम. इसके अलावा, इस हवाई अड्डे पर रडार प्रणाली और आधुनिक नेविगेशन तकनीकों का अभाव भी है.
प्रिंसेस जुलियाना इंटरनेशनल एयरपोर्ट, कैरिबियाई द्वीप सेंट मार्टिन का मुख्य हवाई अड्डा है, जो डच में स्थित है. इस एयरपोर्ट का रनवे छोटा है और समुद्र तट के पास है, जिस कारण हवाई जहाज को रनवे पर उतरने के लिए समुद्र तट के करीब 60 फीट ऊपर से गुजरना पड़ता है, जो इसे बहुत चुनौतीपूर्ण और खतरनाक बनाता है.