दुनिया की जासूसी कहानियों में सिर्फ मर्दों के नाम नहीं होते, बल्कि कुछ महिलाएं भी ऐसी रही हैं जिनकी चालाकी, बहादुरी और मिशन पूरे करन...
माता हारी का असली नाम 'Margaretha Geertruida Zelle' था. वो एक डच डांसर थीं जिन्होंने पहले वर्ल्ड वॉर के दौरान जासूसी की. कहा जाता है कि उन्होंने जर्मनी और फ्रांस दोनों के लिए डबल एजेंट का काम किया. उन्हें 1917 में फ्रांस ने जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया और गोली मार दी गई. आज भी उनकी कहानी रहस्यों से भरी मानी जाती है.
शार्लोट फ्रांस की क्रांतिकारी थी, जिसने Jean-Paul Marat की हत्या की थी. हालांकि, वो पारंपरिक जासूस नहीं थीं, लेकिन उन्होंने जो किया, वो किसी गुप्त मिशन से कम नहीं था. उन्होंने सोच-समझकर ये कदम उठाया ताकि देश को क्रांतिकारी हिंसा से बचाया जा सके. उनका नाम आज भी इतिहास में बहादुरी और आत्मबलिदान के लिए लिया जाता है.
शी जिआनकिआओ चीन की महिला थी जिसने अपने पिता की हत्या का बदला लेने के लिए सुन चुआनफांग नाम के व्यक्ति को पब्लिकली गोली मार दी थी. ये घटना 1935 में हुई थी. इसे चीन के इतिहास में न्याय के लिए हत्या (justifiable revenge) का मामला माना गया. इस घटना ने पूरे देश को हिला दिया था और इसे राजनीतिक सन्देश के रूप में भी देखा गया.
ब्रिगिट जर्मनी की एक वामपंथी चरमपंथी संगठन RAF Red Army Faction से जुड़ी थी. 1970-80 के दशक में उसने कई हाई-प्रोफाइल लोगों की हत्या और अपहरण की घटनाओं में हिस्सा लिया. उसे 1982 में गिरफ्तार किया गया और 24 साल जेल में बिताने के बाद 2007 में रिहा किया गया. ब्रिगिट को आज भी एक खतरनाक महिला जासूस और अपराधी के रूप में याद किया जाता है.
एजेंट पेनेलोप स्पेनिश सिविल वॉर के समय की एक गुप्त महिला जासूस थीं. उनका असली नाम आज तक रहस्य बना हुआ है, लेकिन कहा जाता है कि उन्होंने नाजियों और फासीवादी ताकतों के खिलाफ अहम सूचनाएं इकट्ठा की थीं. उन्होंने कई बड़े मिशनों में हिस्सा लिया और अपनी पहचान छुपाए रखी.