भारत रुस से कच्चा तेल, खाद, कीमती पत्थर, हथियार और रक्षा सामग्री मुख्य रूप से आयात करता है. ये वस्तुएं भारत की ऊर्जा, कृषि, उद्योग औ...
भारत को अपनी ऊर्जा की जरूरतों के लिए बहुत सारा तेल चाहिए. रुस से मिलने वाला कच्चा तेल भारत के लिए काफी सस्ता और भरोसेमंद स्रोत है. इसे भारत में रिफाइन करके पेट्रोल, डीजल और अन्य पेट्रोलियम उत्पाद बनाए जाते हैं. इससे भारत की ऊर्जा सुरक्षा मजबूत होती है.
कृषि प्रधान देश भारत के लिए खाद बहुत जरूरी है ताकि खेती अच्छी हो और फसल ज्यादा हो. रुस यूरिया और दूसरे तरह के खाद भारत को देता है, जो किसानों के लिए फायदेमंद होते हैं. इससे देश में अनाज और सब्जियों का उत्पादन बढ़ता है.
रुस दुनिया के बड़े हीरा उत्पादक देशों में से एक है. भारत के गहनों के उद्योग के लिए रुस से आए हीरे कच्चे माल के रूप में बहुत काम आते हैं. इन्हें भारत में चमकदार गहनों में बदला जाता है जो दुनिया भर में पसंद किए जाते हैं.
भारत की सेना को मजबूत बनाने के लिए रुस से कई तरह के हथियार और रक्षा उपकरण आते हैं. फाइटर जेट, टैंक, मिसाइल और रक्षा प्रणाली जैसे बड़े हथियार भारत रुस से खरीदता है. यह दोनों देशों के बीच सुरक्षा और रणनीतिक सहयोग को दर्शाता है.
कुछ रिपोर्ट्स में भारत रुस से वनस्पति तेल भी खरीदता है, लेकिन यह आयात उतना ज्यादा नहीं है जितना ऊपर बताई गई चीजें. इसके अलावा, रुस से कुछ विशेष खनिज और धातुएं भी भारत में आती हैं.