जब भी सबसे अमीर क्रिकेटर की बात आती है, ज्यादातर लोग सोचते हैं कि विराट कोहली या सचिन तेंदुलकर सबसे आगे होंगे. लेकिन हकीकत कुछ और है...
किसी भी खिलाड़ी की दौलत सिर्फ उसकी मैच फीस से नहीं बनती. असली कमाई होती है ब्रांड एंडोर्समेंट्स, आईपीएल कॉन्ट्रैक्ट्स, सोशल मीडिया वैल्यू, निजी बिजनेस, और प्रॉपर्टी इन्वेस्टमेंट से. जिन खिलाड़ियों की पॉपुलैरिटी देश में ही नहीं, विदेशों में भी है उनकी ब्रांड वैल्यू कई कंपनियों से भी ज्यादा हो जाती है. यही कारण है कि कुछ क्रिकेटर आज करोड़ों नहीं, बल्कि अरबों की प्रॉपर्टी के मालिक हैं.
अजॉय जडेजा लंबे समय से क्रिकेट से दूर हैं, लेकिन हाल ही में उनका नाम फिर से चर्चा में आया जब जमनगर के महाराजा ने उन्हें अपना वारिस घोषित किया. इसके बाद उनकी कुल संपत्ति लगभग ₹1450 करोड़ आंकी गई है. यह जानकारी Financial Express, Times of India और कई इंटरनेशनल वेबसाइट्स ने भी पक्के तौर पर दी है. भले ही जडेजा का क्रिकेट करियर छोटा रहा हो, लेकिन अब वह संपत्ति के मामले में भारत के सभी क्रिकेटर्स से आगे हैं.
सचिन तेंदुलकर का नाम क्रिकेट इतिहास के सबसे बड़े खिलाड़ियों में आता है. उनकी नेट वर्थ करीब ₹1400 करोड़ तक मानी जाती है. सचिन ने अपने करियर के दौरान ना सिर्फ मैच खेले, बल्कि ब्रांड एंडोर्समेंट, बिजनेस और आईपीएल से भी खूब कमाई की है. उनकी संपत्ति का बड़ा हिस्सा एडवरटाइजमेंट और इन्वेस्टमेंट से आता है. वो आज भी कई बड़े ब्रांड्स से जुड़े हुए हैं.
विराट कोहली ना सिर्फ एक शानदार क्रिकेटर हैं, बल्कि वो ब्रांड एंडोर्समेंट और सोशल मीडिया से भी करोड़ों कमा रहे हैं. उनकी कुल संपत्ति करीब ₹1050 करोड़ है. वो हर साल ₹250 करोड़ से ज्यादा सिर्फ ब्रांड्स से कमाते हैं. इसके अलावा उनके खुद के ब्रांड्स जैसे WROGN, One8 और होटल बिजनेस भी उनकी कमाई में बड़ा रोल निभाते हैं.
वीरेंद्र सहवाग भारत के सबसे धाकड़ बल्लेबाज माने जाते हैं. एक सहवाग भले ही अब क्रिकेट नहीं खेलते, लेकिन कमेंट्री, कोचिंग और सोशल मीडिया से वो लगातार कमाई कर रहे हैं. उनकी नेट वर्थ लगभग ₹342 करोड़ है. वो कई बिजनेस से भी जुड़े हैं और स्कूल भी चलाते हैं.