अमेरिका से पाकिस्तान को बड़ी चोट और भारत को बड़ी जीत मिली है. अमेरिका ने द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) को विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित किया है. भारत यहीं नहीं रुकने वाला, बल्कि अब इस आतंकी संगठन को UNSC की आतंकी सूची में लाने की कोशिश में भी जुटा हुआ है.
पाकिस्तान को ना सिर्फ अमेरिका, बल्कि अपने करीबी दोस्त चीन से भी झटका लगा है. चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने से TRF को विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित करने के संबंध में सवाल पूछा गया. इस पर उन्होंने कहा- चीन हर तरह के आतंकवाद की दृढ़ता से खिलाफत करता है. 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकवादी हमले की भी कड़ी निंदा करता है.
पाकिस्तान को भले दोहरे झटके लग गए हैं, लेकिन वह अपनी फितरत से बाज नहीं आने वाला. सूत्रों का दावा है कि पाक ने एक इनसाइड प्लान क्रिएट कर लिया है, जिसके तहत TRF को जिंदा रखा जा सकता है. भारत की खुफिया एजेंसियां चीन के मंसूबों को नाकाम करने के लिए हर कोशिश कर रही हैं.
दरअसल, सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान ने TRF का नाम बदलने का फैसला किया है, ताकि ये संगठन नए चेहरे के तौर पर ऑपरेट करे और इस पर कोई पाबंदी लागू ना हो. भारत की खुफिया एजेंसियां TRF और लश्कर-ए-तैयबा के नाम बदलाव प्रयास का पता लगाने के लिए एक डोजियर तैयार कर रही हैं.
रिपोर्ट्स बताती हैं कि भारत यह डोजियर अमेरिका, Financial Action Task Force (FATF) और संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय साझेदारों के साथ साझा किया करेगा, ताकि इन समूहों को किसी भी तरह की कूटनीतिक खामियों या कानूनी संरक्षण से बचाया ना जा सके.