क्या पानी एक हथियार बन सकता है? चीन, भारत की सीमा के पास ब्रह्मपुत्र नदी (यारलुंग त्सांगपो) पर दुनिया का सबसे बड़ा बांध बना रहा है, जिसे अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ने 'वॉटर बम' का नाम दिया है. यह 14 लाख करोड़ रुपये का महा-प्रोजेक्ट भारत के लिए एक अस्तित्व का खतरा पैदा कर सकता है. चीन जब चाहे पानी रोककर भारत के पूर्वोत्तर में सूखा ला सकता है, और जब चाहे बांध के गेट खोलकर एक विनाशकारी बाढ़ ला सकता है, जो लाखों जिंदगियों को तबाह कर देगी. चीन किसी भी अंतरराष्ट्रीय जल-संधि का हिस्सा नहीं है, जिसका मतलब है कि वह किसी भी नियम को मानने के लिए बाध्य नहीं है. तो इस 'वॉटर बम' के खिलाफ भारत का क्या प्लान है? क्या भारत चुप बैठा है? बिलकुल नहीं. भारत अपने 'रक्षा कवच' से इस खतरे का जवाब देने की तैयारी कर रहा है. चीन के इस 'वॉटर बम' को डिफ्यूज करने के लिए भारत का 'रक्षा कवच' प्लान क्या है? क्या पानी भविष्य के युद्धों का नया हथियार बनने जा रहा है? यह सिर्फ कंक्रीट का ढांचा नहीं, बल्कि हिमालय में पानी से खेला जा रहा एक खतरनाक रणनीतिक खेल है. देखिए पूरी रिपोर्ट.