कारगिल युद्ध के दौरान भारत के सैनिकों के सामने कई ऐसी चुनौतियां थी, जिसके लिए इंडियन आर्मी के जवानों ने जान की बाजी लगा दी. ये कहानी 10 जुलाई 1999 की है, जब 5 पैरा को एक प्रमुख पाकिस्तानी लॉजिस्टिक बेस 'मुंथो ढालो क्षेत्र' पर कब्ज़ा करने का काम सौंपा गया था. यह हमला 10/11 जुलाई, 1999 की मध्यरात्रि को किया गया था. मेजर एचएस जग्गी और मेजर विनीत सेठ, एसएम के नेतृत्व में किए गए साहसिक हमले में मुंथो ढालो पर कब्जा कर लिया गया. यह कब्जा आगे की लड़ाइयों में यल्दोर, स्प्रिंग और पॉइंट 4100 से पाकिस्तानी घुसपैठियों को खदेड़ने में सहायक साबित हुआ.