कारगिल युद्ध के दौरान 12 जम्मू और कश्मीर लाइट इन्फैंट्री (Jammu and Kashmir Light Infantry), 1/11 गोरखा राइफल्स और लद्दाख स्काउट्स की वीरता को सम्मानित करने के लिए प्वाइंट 4812 तक एक स्मारक ट्रेक का आयोजन किया गया. युद्ध स्थल पर एक वीर गाथा का आयोजन किया गया, जहां कैप्टन कीशिंग क्लिफोर्ड नोंग्रम, महावीर चक्र (मरणोपरांत) ने सर्वोच्च बलिदान दिया था. वीर गाथा में 1/11 जीआर के सब-इंस्पेक्टर योगेंद्र लिम्बू, लद्दाख स्काउट्स के एसएम (सेवानिवृत्त) कैप्टन (मानद) ताशी नुब्रो और 12 जेएके एलआई के हवलदार मोहम्मद यूसुफ (सेवानिवृत्त) द्वारा प्रत्यक्ष कथाओं के माध्यम से वीरता की अनकही कहानियों को जीवंत किया गया. "इस कार्यक्रम में पीटी 4812 की अमर विरासत का सम्मान किया गया."