जाट रेजिमेंट के जवानों ने कारगिल युद्ध में भारत के दुश्मनों को ऐसा सबक सिखाया कि पाकिस्तानी उसे कभी भूल नहीं पाएंगे. ये कहानी 12 जुलाई 1999 की है, जब '4 जाट रेजिमेंट' के मेजर राजेश सेठी और उनकी कंपनी को दुश्मन को रोकने और आगे किसी भी घुसपैठ को रोकने का काम सौंपा गया था. कंपनी ने दुश्मन पर अपना कहर बरपाया और कैप्टन जफर अली चंगेजी सहित 16 दुश्मन सैनिकों को मार गिराया. जांबाज जाटों ने काकसर सब सेक्टर में आस-पास की ऊंचाइयों पर कब्जा करके दुश्मन को घेरना जारी रखा और भविष्य की सफलताओं का मार्ग प्रशस्त किया.