ये कहानी जम्मू और कश्मीर राइफल्स (JAK RIF) के राइफलमैन संजय कुमार की है. कारगिल युद्ध के दौरान, प्वाइंट 4875 की ओर बढ़ता हमला दुश्मन की मशीन गन से हो रही भीषण गोलीबारी के कारण थम गया था. राइफलमैन संजय कुमार ने, गंभीर रूप से घायल होने के बावजूद, अद्वितीय साहस का परिचय देते हुए दुश्मन के संगर पर अकेले धावा बोला और तीन घुसपैठियों को ढेर कर दिया. इसके बाद, दूसरे बंकर पर आक्रमण कर एक और घुसपैठिए को मौत के घाट उतारा. उनसे प्रेरित होकर, अन्य सैनिकों ने दुश्मन पर हमला कर, चोटी पर कब्जा कर लिया. उन्हें इस वीरता के लिए परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया.