एक ऐसी खबर जिसने पूरी दुनिया की जियो-पॉलिटिक्स में हलचल मचा दी है. रूस, जिसने कभी अफगानिस्तान में 9 साल तक जंग लड़ी थी, आज उसी तालिबान सरकार को आधिकारिक मान्यता देने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है. यह सिर्फ एक राजनयिक फैसला नहीं, बल्कि एक बहुत बड़ा जियो-पॉलिटिकल दांव है जो वैश्विक समीकरणों को बदल सकता है. रूस ने न केवल तालिबान सरकार को मान्यता दी है, बल्कि काबुल से आए उनके राजदूत को मॉस्को में स्वीकार भी कर लिया है. यह कदम ऐसे समय में आया है जब अमेरिका और चीन जैसे देश भी पर्दे के पीछे तालिबान से बातचीत कर रहे हैं, लेकिन किसी ने भी अब तक आधिकारिक मान्यता नहीं दी थी.