'जय जवान, जय किसान' की सच्ची मिसाल पूर्व फौजी ने पेश की है. जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले के बैन गांव में भारतीय सेना के एक सेवानिवृत्त सैनिक मोहम्मद असलम भट ने खेती में क्रांति ला दी है, 2005 में सेना से रिटायर होने के बाद, उन्होंने अपनी पुश्तैनी जमीन पर आधुनिक तकनीकों से टमाटर की खेती शुरू की और आज उनके खेत 'लाल सोने' से लहलहा रहे हैं. सरकारी योजनाओं, सब्सिडी वाले हाइब्रिड बीजों और ड्रिप सिंचाई जैसी तकनीकों का इस्तेमाल कर उन्होंने न केवल बंपर पैदावार हासिल की है, बल्कि गांव के अन्य युवाओं के लिए भी प्रेरणा स्रोत बन गए हैं. यह कहानी साबित करती है कि अनुशासन, मेहनत और सही तकनीक से खेती को एक बेहद लाभदायक और सम्मानजनक पेशा बनाया जा सकता है.