हाल ही में पाकिस्तान ने पंजाब के डेरा गाजी खान से अपनी न्यूक्लियर कैपेबल बैलिस्टिक मिसाइल शाहीन-3 का रूटीन टेस्ट किया. 2750 किमी रेंज वाली यह मिसाइल भारत के बड़े शहरों तक मार करने में सक्षम है और पाकिस्तान की सेकंड स्ट्राइक कैपेबिलिटी का अहम हिस्सा मानी जाती है, लेकिन इस बार मिसाइल अपने रास्ते से भटक गई और बलूचिस्तान के डेरा भुक्ति में एक रिहाइशी इलाके के पास गिर गई, जिससे भीषण धमाका हुआ और पूरे इलाके में भय और दहशत फैल गई. पाकिस्तानी सरकार ने इस हादसे को सोनिक बूम बताकर दबाने की कोशिश की, लेकिन सोशल मीडिया पर गिरा हुआ मलबा और लोगों की रिपोर्टिंग ने सच्चाई उजागर कर दी. इसके बाद सेना ने इंटरनेट बंद कर दिया, मीडिया पर पाबंदी लगा दी और कर्फ्यू जैसा माहौल बना दिया. यह घटना पाकिस्तान के न्यूक्लियर प्रोग्राम की सुरक्षा और विश्वसनीयता पर गंभीर सवाल खड़े करती है.