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चीन से मुकाबले को फिलिपींस को अमेरिका का फुल सपोर्ट, जल्द देने जा रहा है ये फाइजेट जेट

United States and philippines deal: अमेरिका ने कहा कि इन लड़ाकू विमानों से फिलीपीन वायुसेना की समुद्री निगरानी क्षमता बढ़ेगी और दुश्मन की हवाई सुरक्षा को बेअसर करने की उसकी क्षमता में सुधार होगा.

चीन से मुकाबले को फिलिपींस को अमेरिका का फुल सपोर्ट, जल्द देने जा रहा है ये फाइजेट जेट

America full support to Philippines: संयुक्त राज्य अमेरिका ने मंगलवार (1 अप्रैल) को फिलीपींस को F-16 लड़ाकू विमानों की संभावित 5.58 बिलियन डॉलर की बिक्री को मंजूरी दे दी. अमेरिकी विदेश विभाग ने पुष्टि की कि उसने बिक्री को अधिकृत कर दिया है, जिसमें 20 F-16 जेट और संबंधित सैन्य उपकरण शामिल हैं.

यह सौदा चीन के साथ बढ़ते क्षेत्रीय तनाव के बीच वाशिंगटन के एक प्रमुख सहयोगी फिलीपींस को मजबूत करने के लिए किया गया है.

अमेरिका ने कहा कि युद्धक विमान फिलीपींस वायु सेना की समुद्री निगरानी क्षमताओं को बढ़ाएंगे और दुश्मन की हवाई रक्षा को बेअसर करने की उसकी क्षमता में सुधार करेंगे.

यह घोषणा दक्षिण चीन सागर में विवादित क्षेत्रों को लेकर मनीला और बीजिंग के बीच महीनों से बढ़ते टकराव के बाद आई है. दरअसल, उस क्षेत्र पर चीन लगभग पूरी तरह से अपना दावा करता है, जबकि अंतर्राष्ट्रीय न्यायाधिकरण के फैसले में इसके विपरीत आदेश है.

अमेरिका से सौदा, चीन-फिलीपीन ने कैसे प्रतिक्रिया दी?
फिलीपीन के रक्षा प्रवक्ता आर्सेनियो एंडोलोंग ने कहा कि मनीला को अभी तक अमेरिकी निर्णय की आधिकारिक सूचना नहीं मिली है.

राष्ट्रपति फर्डिनेंड मार्कोस के तहत, फिलीपींस ने चीनी समुद्री दावों को लगातार चुनौती दी है. दिसंबर में मनीला ने अमेरिकी टाइफॉन मिसाइल प्रणाली खरीदने की योजना की घोषणा करके बीजिंग को और नाराज कर दिया, जिससे चीन ने संभावित क्षेत्र में तनाव बढ़ाने की चेतावनी दी.

बीजिंग ने आलोचनात्मक प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए फिलीपींस को ऐसी कार्रवाइयों के प्रति आगाह किया जो क्षेत्रीय शांति को खतरा या क्षेत्रीय तनाव को बढ़ा सकती हैं.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गुओ जियाकुन ने कहा, 'अन्य देशों के साथ फिलीपींस का रक्षा और सुरक्षा सहयोग, किसी तीसरे पक्ष को टारगेट नहीं करना चाहिए या किसी तीसरे पक्ष के हितों को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए. न ही इससे क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा को खतरा होना चाहिए या क्षेत्रीय तनाव को बढ़ाना चाहिए.'

ताइवान का पहलू
यह बयान ऐसे समय में आया है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एशिया में चीन के प्रभाव का मुकाबला करने के लिए वाशिंगटन के सैन्य फोकस को ट्रांसफर करना चाहते हैं. खासकर अमेरिका, ताइवान पर ध्यान लगाए हुए है, जहां संघर्ष की आशंकाएं हैं.

फिलीपीन के सैन्य प्रमुख जनरल रोमियो ब्रॉनर ने मंगलवार को स्वीकार किया कि उनका देश ताइवान से जुड़े किसी भी संघर्ष में जरूर खींचा जाएगा. ऐसे में तत्काल प्रभाव से तैयारियां की जानी चाहिए. चीन ने भी ताइवान से संबंधित मुद्दों में शामिल ना होने के लिए फिलीपींस को चेतावनी दी. चीन ने कहा जो लोग आग से खेलेंगे वे खुद जल जाएंगे.

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