आज के समय में हर देश खुद को सुरक्षित और मजबूत बनाना चाहता है. इसके लिए देशों को आधुनिक, तकनीकी और शक्तिशाली हथियारों की जरूरत होती है.
चाहे बात सीमा की सुरक्षा की हो या अंतरराष्ट्रीय कूटनीति की, हथियार हर देश की प्राथमिकता बन चुके हैं. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा हथियार किस देश से खरीदे जाते हैं? कौन है वह देश, जो न सिर्फ अपने लिए, बल्कि बाकी देशों को भी हथियार बेचकर अरबों डॉलर कमा रहा है?
हथियारों के व्यापार में सबसे आगे कौन?
बीते कुछ सालों में दुनियाभर में हथियारों की मांग तेजी से बढ़ी है. कई देशों ने अपने रक्षा बजट में इजाफा किया है और बड़ी संख्या में हथियार खरीदे हैं. इस मौके का फायदा उठाकर एक देश सबसे आगे निकल गया है. यह देश तकनीक, उत्पादन क्षमता और राजनीतिक प्रभाव, तीनों में इतना मजबूत है कि दुनिया भर के देश इससे हथियार खरीदना पसंद करते हैं. SIPRI (Stockholm International Peace Research Institute) की ताजा रिपोर्ट बताती है कि साल 2019 से 2023 तक पूरी दुनिया में जितने भी हथियार बेचे गए, उनमें से 42% हथियार सिर्फ एक ही देश ने बेचे हैं और वो है अमेरिका.
अमेरिका को हथियारों के बाजार में कैसे मिली यह बढ़त?
अमेरिका के पास दुनिया की सबसे एडवांस रक्षा तकनीक है. उसकी कंपनियां जैसे Lockheed Martin, Boeing और Raytheon ऐसे हथियार बनाती हैं, जिन पर बाकी देशों को भरोसा होता है. इसके अलावा अमेरिका की विदेश नीति और सैन्य गठबंधनों की वजह से भी उसका प्रभाव ज्यादा है. यही कारण है कि कई देश हथियार खरीदने के मामले में अमेरिका को सबसे ज्यादा प्राथमिकता देते हैं.
अमेरिका किन देशों को बेचता है हथियार?
अमेरिका के ग्राहक पूरी दुनिया में फैले हैं. कुछ प्रमुख देशों में सऊदी अरब, जापान, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण कोरिया और भारत का नाम शामिल है. भारत ने अमेरिका से कई हाई-टेक रक्षा उपकरण खरीदे हैं, जिनमें फाइटर जेट, अपाचे हेलिकॉप्टर, ड्रोन और मिसाइल सिस्टम शामिल हैं.
अमेरिका को क्या फायदे होते हैं?
आर्थिक कमाई: हर साल अमेरिका अरबों डॉलर के हथियार बेचता है, जिससे उसकी अर्थव्यवस्था को बड़ा फायदा होता है.
राजनीतिक असर: हथियारों के सौदों के जरिए अमेरिका अपने रणनीतिक रिश्तों को मजबूत करता है और वैश्विक मंच पर दबदबा बनाए रखता है.
रोजगार और उद्योग को समर्थन: इस व्यापार से लाखों अमेरिकियों को रोजगार मिलता है और रक्षा उद्योग को मजबूती मिलती है.
क्या इससे खतरे भी हैं?
बिलकुल, हथियारों की होड़ से दुनिया में शांति को खतरा भी हो सकता है. कई बार ये हथियार गलत संगठनों या आतंकी समूहों के हाथ लग जाते हैं. इसीलिए संयुक्त राष्ट्र समेत कई संस्थाएं हथियारों की बिक्री पर नियंत्रण की मांग करती हैं.