नई दिल्ली: Israel Map: इजरायल ने हाल ही में नया मैप शेयर किया है. इस मानचित्र ने अब मध्य पूर्व में कूटनीतिक विवाद खड़ा कर दिया है. बता दें कि मैप में इजरायल के कब्जे वाले फिलिस्तीनी इलाकों और पड़ोसी अरब जमीनों को ग्रेटर इजरायल के रूप में दर्शाया गया है. इसको लेकर अरबी देशों ने अपनी नाराजगी जाहिर की है.
शेयर किया पोस्ट
इजरायली विदेश मंत्रालय की ओर से अरबी भाषा के इंस्टाग्राम और 'X'पर एक पोस्ट शेयर की गई है. इसमें लिखा है,' क्या आप जानते हैं कि इजरायल का साम्राज्य 3000 साल पहले स्थापित हुआ था?'
هل تعلم ان مملكة إسرائيل كانت قائمة منذ 3000 سنة؟
— إسرائيل بالعربية (@IsraelArabic) January 6, 2025
أول ملك حكمها لمدة 40 عاما كان الملك شاؤول (1050--1010) ق. م. ثم تلاه الملك داود الذي حكمها 40 عاما تقريبا (1010-970 ) ق.م. وعقبه الملك سليمان الذي حكم ايضا لمدة 40 عاما في الفترة (970-931) ق.م.
دام حكم الملوك الثلاثة… pic.twitter.com/xK7jjORdOK
इसमें आगे लिखा था,' हालांकि, प्रवासी यहूदी लोग अपनी शक्तियों और क्षमताओं के पुनरुद्धार और अपने राज्य के पुनर्निर्माण की प्रतीक्षा कर रहे थे, जिसे 1948 में इजरायल राज्य में मध्य पूर्व में एकमात्र लोकतंत्र घोषित किया गया था.'
अरबी देशों की प्रतिक्रिया
इजरायल के इस पोस्ट ने फिलिस्तीनियों समेत अरबी देशों में आक्रोश पैदा कर दिया है. संयुक्त अरब अमीरात ( UAE), जॉर्डन और कतर ने इजरायल के इस कदम की कड़ी निंदा की है. इन अरब देशों ने इजरायल की इस हरकत को उनकी संप्रभुता का सीधे उल्लंघन के रूप में देखा. जॉर्डन और कतर के विदेश मंत्रालय ने इसे शांति संभावनाओं के लिए खतरा बताया.
हमास भी भड़का
इजरायल के इस मैप को लेकर हमास और फिलिस्तीनी प्रशासन ने नाराजगी जाहिर की है. इस नए मानचित्र की निंदा करते हुए इसे इजरायल की विस्तारवादी नीतियों का एक हिस्सा बताया. उन्होंने इजरायल की इस हरकत को रोकने के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से हस्तक्षेप करने की मांग की है.
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