Balochistan New Country Process: पाकिस्तान के हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं. देश का सबसे बड़ा प्रांत बलूचिस्तान अपनी आजादी का ऐलान कर चुका है. बलूचिस्तान ने 14 मई को खुद को स्वतंत्र राष्ट्र के तौर पर घोषित कर दिया है. इतना ही नहीं, बलूचिस्तान के एक्टिविस्ट मीर यार बलूच ने तो बीते हफ्ते ‘बलूचिस्तान गणराज्य’ के गठन की घोषणा भी कर दी थी. अब उन्होंने संयुक्त राष्ट्र यानी UN और भारत से 'देश' की मान्यता मांगी है. बलूचिस्तान ने भले खुद के स्वतंत्र होने की बात कह दी, लेकिन 'स्वतंत्र देश' बनने के लिए एक पूरी प्रोसेस से गुजरना पड़ता है.
बलूच नेता ने दुनिया से अपील की
दरअसल, बलूच नेता मीर यार ने पूरी दुनिया से समर्थन मांगा है. उन्होंने कहा कि पाक सरकार यहां के लोगों पर अत्याचार कर ही है. इसलिए पाकिस्तान से बलूचिस्तान ने आजादी की औपचारिक घोषणा कर दी. मीर यार ने पूरे विश्व से बलूचिस्तान को 'देश' के तौर पर मान्यता देने की अपील की. उन्होंने भारत सरकार से दिल्ली में बलूच दूतावास खोले जाने की मांग भी की है. मीर यार ने करेंसी व पासपोर्ट के लिए अरबों डॉलर के फंड की भी मांग की है.
कैसे मिलती है नए देश को मान्यता
किसी भी नए देश को रजिस्टर होने के लिए सबसे पहले संयुक्त राष्ट्र महासचिव को आवेदन भेजना होता है. इससे पहले ये बात सुरक्षा परिषद के संज्ञान में लाई जाती है. UN के सुरक्षा परिषद में 15 सदस्य हैं. नया देश बनने के लिए 9 देशों के समर्थन की आवश्यकता होती है. इस परिषद के 5 स्थायी मेंबर भी हैं. इनमें अमेरिका, रूस, चीन, फ्रांस और ब्रिटेन शामिल हैं. इनमें से कोई भी नया देश बनने के खिलाफ वोट दे, तो आवेदन रद्द हो जाता है.
34 साल से मान्यता के इंतजार में सोमालीलैंड
दुनिया में कई मुल्क ऐसे हैं, जिन्होंने खुद को 'स्वतंत्र' घोषित कर रखा है. लेकिन उन्हें अब तक नए देश के तौर पर मान्यता नहीं मिली है. ऐसे देशों की लिस्ट में सोमालीलैंड भी शामिल है. सोमालीलैंड ने साल 1991 में सोमालिया से अलग होकर 'आजाद देश' की घोषणा कर दी थी. लेकिन इसे संयुक्त राष्ट्र ने मान्यता नहीं दी है. सोमालीलैंड बीते 34 सालों से 'स्वतंत्र देश' की मान्यता के लिए इंतजार कर रहा है.