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यूक्रेन युद्ध की कहानी का दिखा नया अंदाज, ब्रिटिश म्यूजियम में हुआ बयां

ब्रिटिश टैंक म्यूजियम में हाल ही में एक नया एग्जीबिशन शुरू किया है, जिसमें यूक्रेन युद्ध को दिखाया जा रहा है. इस दौरान खासतौर पर टी-72 टैंक का प्रदर्शन गर्व के साथ किया गया है. इसके अलावा यहां यूक्रेन के लोगों का अनुभव भी दिखाने की कोशिश की गई है.

यूक्रेन युद्ध की कहानी का दिखा नया अंदाज, ब्रिटिश म्यूजियम में हुआ बयां
  • म्यूजियम में दिखा यूक्रेन वॉर
  • टी-72 टैंक का भी किया प्रदर्शन

नई दिल्ली: रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को दुनियाभर के देश रोकने की पूरी जद्दोजहद कर रहे हैं. इसी बीच अब इंग्लैंड के डोरसेट में स्थित ब्रिटिश टैंक म्यूजियम ने यूक्रेन के युद्ध पर एक एग्जीबिशन शुरू किया है. इसे लेकर म्यूजियम की ओर से कहा गया है कि यह प्रदर्शन आधुनिक दुनिया में बख्तरबंद युद्ध पर केंद्रित किया गया है.

रूस-यूक्रेन युद्ध प्रदर्शन
इस एग्जीबिशन में लोग देख सकते हैं कि किस तरह से रूस और यूक्रेन का युद्ध शुरू हुआ. यहां कैसे सैन्य कार्यवाई की गई और इस जंग ने आम लोगों की जिंदगी पर कितनी गहरी छाप छोड़ी. यहां टी-72 टैंक का बहुत गर्व के साथ प्रदर्शन भी किया गया है. इसके अलावा एक जर्मन मार्डर इन्फैंट्री फाइटिंग व्हीकल का भी यहां प्रदर्शन किया गया है, जिसे यूक्रेन की सेना फिलहाल युद्ध में इस्तेमाल कर रही है.

टैंक ने दमदार बने ड्रोन
यूक्रेन के एक बड़े अधिकारी वलेरी जालुज्नी भी इस एग्जीबिशन का हिस्सा बने. इस दौरान उन्होंने ड्रोन को दमदार बताते हुए कहा कि अब अत्याधुनिक टैंक भी ड्रोन, सटीक हमलों और डिजिटल तकनीक जैसे नए खतरों के सामने कमजोर पड़ते नजर आ रहे हैं. उन्होंने कहा, 'किसी भी युद्ध में सिर्फ टैंक ही अब जीत की गारंटी नहीं रह गए हैं, बल्कि दुनिया एक नए सैन्य युग की ओर बढ़ रही है.'

T-72 टैंक की यूक्रेन को सपोर्ट करने की कहानी
कहते हैं कि T-72 टैंक की यूक्रेन को सपोर्ट करने की अपनी भी एक अलग दास्तां है. दरअसल, 2024 में म्यूजियम से ब्रिटिश इंजीनियरों ने सोवियत काल के टैंक लिए और इनके ट्रैक बनाने की तकनीक को फिर से तैयार किया. बताया जा रहा है कि इन ट्रैक्स को यूक्रेन के बख्तरबंद वाहनों के लिए बनाया जा रहा है. विलियम कुक डिफेंस लिमिटेड नाम की कंपनी के साथ मिलकर म्यूजियम ने सोवियत काल के कई टैंकों को रिवर्ज इंजीनियरिंग के जरिए बनाया है और इन्हें यूक्रेन भेजने की तैयारी है.

अक्सर होते हैं ऐसे एग्जीबिशन
यूक्रेन युद्ध को लेकर अक्सर इस तरह के एग्जीबिशन किए जाते हैं. इनका मकसद केवल रूस की आक्रामता के कारण यूक्रेन में हुए मानवीय संकट को दिखाना है, साथ ही प्रदर्शन के जरिए पूरी दुनिया के सामने वो अनुभव लाना है जो यूक्रेन के लोग इस युद्ध की वजह से बर्दाश्त कर रहे हैं. बता दें कि इससे पहले बीते वर्ष जर्मनी में भी इस तरह का एग्जीबिशन किया गया था, जिसमें उन रूसी हथियारों को दिखाया गया था जो यूक्रेनी सेना ने कब्जे में ले लिए या नष्ट कर दिए.

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