China Army PLA on High Alert: चीन की ताकत को अलग-अलग देशों से कड़ी चुनौती मिल रही है. एक तरफ ताइवान टेंशन दे रहा है, तो दूसरी तरफ तीन देश मिलकर ड्रैगन को घेरने की कोशिश कर रहे हैं. फिलीपींस, जापान और अमेरिका ने फिलीपींस के विशेष आर्थिक क्षेत्र में संयुक्त समुद्री सैन्य प्रशिक्षण किया. इसके बाद से चीन ने अपनी आर्मी को अलर्ट पर रहने का आदेश दिया है. चीन तीन देशों के इस बड़े कदम से घबरा चुका है.
तीन देशों का नौसैनिक अभ्यास
फिलीपींस, अमेरिका और जापान ने दक्षिण चीन सागर में शुक्रवार को एक त्रिपक्षीय नौसैनिक अभ्यास किया. यह अभ्यास अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन के दौरान शुरू किए गए त्रिपक्षीय सुरक्षा गठबंधन का हिस्सा था. इस अभ्यास का उद्देश्य तीनों देशों की नौसेनाओं के बीच तालमेल बढ़ाना और क्षेत्र में Freedom of Navigation को सुनिश्चित करना था.
चीन को 'दक्षिण चीन सागर' के जाने का डर
SCMP की एक रिपोर्ट बताती है कि PLA की दक्षिणी थिएटर कमांड ने क्षेत्र में 'नियमित गश्त' की बात कही है. दक्षिण चीन सागर रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण समुद्री क्षेत्र है, जहां चीन लगभग 90% हिस्से पर अपना दावा करता है.इस क्षेत्र में समृद्ध मत्स्य संसाधन, तेल और गैस के भंडार और वैश्विक व्यापार के लिए महत्वपूर्ण समुद्री मार्ग हैं.
चीन बोला- बाहरी हस्तक्षेप मंजूर नहीं
PLA की दक्षिणी थिएटर कमांड के प्रवक्ता ने कहा, 'क्षेत्रीय स्थिरता को भंग करने वाली किसी भी गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. दक्षिण चीन सागर में सैन्य गतिविधियां राष्ट्रीय संप्रभुता की रक्षा के लिए हैं. बाहरी देशों को इसमें हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए' इसके अलावा, PLA ने फिलीपींस पर सैन्य उकसावे और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को गुमराह करने का आरोप लगाया.
मिसाइल सिस्टम की तैनाती बढ़ी तो?
सिंगापुर के डिफेंस एंड स्ट्रैटेजिक स्टडीज संस्थान के वरिष्ठ फेलो कोलिन कोह ने कहा कि यदि अमेरिका और फिलीपींस टायफून मिसाइल सिस्टम की तैनाती बढ़ाते हैं, तो यह चीन चेहरे पर जोरदार तमाचा होगा, जिसके जवाब में वह और दबाव डाल सकता है.
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