Pakistan HQ-16 missile OSINT report: ऑपरेशन सिंदूर के दौरान बुरी तरह पिटे पाकिस्तान की पोल धीरे-धीरे दुनिया के सामने आ रही है. शुरुआत में पाकिस्तान अपनी हार को स्वीकार नहीं कर रहा था. लेकिन अपनी तबाह सैन्य क्षमता को एक बार फिर से खड़ा करने की तैयारी में जुट गया है. जिसके लिए चीन खुफिया तरीके से हथियारों को पहुंचा रहा है. ऐसे में आइए जानते हैं, इस खुफिया डील की पूरी कहानी क्या है और कैसे इसकी पोल खुली.
भारत के ओपन-सोर्स इंटेलिजेंस ने खोली पोल
भारत का ओपन-सोर्स इंटेलिजेंस (OSNIT) कम्युनिटी पिछले कुछ हफ्तों से चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी एयरफोर्स की गतिविधियों पर कड़ी नजर रख रहा है. इस दौरान, उन्होंने कम से कम तीन शिआन Y-20 (Xi'an Y-20) ट्रांसपोर्ट विमानों को पाकिस्तान में लैंड करते हुए देखा है.
सूत्रों के मुताबिक, चीन पाकिस्तान को HQ-16 सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (SAM) बैटरी फिर से सप्लाई कर रहा है. ये वही बैटरी हैं जो 6-7 मई की दरम्यानी रात 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान इंडियन एयरफोर्स ने तबाह कर दी थीं.
ऑपरेशन सिंदूर में IAF का दमदार प्रदर्शन
बता दें, ऑपरेशन सिंदूर 26 नागरिकों की जान लेने वाले पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में लॉन्च किया गया था. IAF ने इस ऑपरेशन में पाकिस्तान एयरफोर्स के कई एयरबेस, नूर खान, रहीम यार खान और भोलारी को तबाह कर दिया था. साथ-साथ पंजाब और सिंध में हवाई रक्षा बुनियादी ढांचे को भी निशाना बनाया था.
भारत द्वारा लॉन्च की गई क्रूज मिसाइलों ने चीनी YLC-8E एंटी-स्टील्थ रडार को चुनियान में और लाहौर व अन्य स्थानों पर कई HQ-16 और HQ-9P SAM सिस्टम को नष्ट कर दिया था.
स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) के मुताबिक, पाकिस्तान के 2019-2024 तक के हथियार आयात का 81-82% चीन से हुआ है. इन हमलों ने पाकिस्तान के कॉम्प्रिहेंसिव लेयर्ड इंटीग्रेटेड एयर डिफेंस (CLIAD) सिस्टम की कमजोरियों को उजागर किया था, जो चीनी टेक्नोलॉजी पर बहुत ज्यादा निर्भर करता है.
चीन अपने खेमे से मुहैया करा रहा हथियार?
HQ-16, करीब 40 किमी की रेंज वाला एक मध्यम दूरी का SAM सिस्टम है, जिसे विमानों, ड्रोन और क्रूज मिसाइलों का मुकाबला करने के लिए डिजाइन किया गया है. ऑपरेशन सिंदूर के दौरान इसके बर्बाद होने के बाद, पाकिस्तान दोबारा हवाई रक्षा नेटवर्क को स्थापित करने के लिए चीन से हथियार मंगा रहा है.
बता दें, चीनी Xi'an Y-20 एक भारी-भरकम ट्रांसपोर्ट विमान है और 66 टन तक कार्गो ले जाने में सक्षम है, जिससे मालूम चलता है कि चीन HQ-16 बैटरी और संबंधित डिवाइस की डिलीवरी में तेजी लाने के लिए अपने PLAAF इन्वेंट्री में से ही दे रहा है.
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