India Greece Brahmos Deal: भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान को तगड़ा झटका दिया था. भारतीय मिलिट्री का ब्रह्मास्त्र कहलाने वाली ब्रह्मोस मिसाइल ने पाक में कई एयरबेस तबाह किए थे. इस संघर्ष में पाकिस्तान का तुर्की ने खुलकर साथ दिया. ना सीर्फ समर्थन जाहिर किया, बल्कि ड्रोन भी मुहैया करवाए. अब भारत ने ढाई चाल चलते हुए तुर्की को पटखनी देने का प्लान तैयार कर लिया है. भारत का ब्रह्मास्त्र यानी ब्रह्मोस अब तुर्की के बगल में तैनात होने वाली है.
ग्रीस को उम्मीद, ब्रह्मोस मचा देगी तबाही
दरअसल, भारत अब तुर्की के पड़ोसी ग्रीस के साथ रक्षा सहयोग मजबूत बना रहा है. तुर्की के पास S-400 एयर डिफेंस सिस्टम है, जिसे कई बार 'अभेद्य' माना गया है. लेकिन ग्रीस को पूरी-पूरी उम्मीद है कई भारत की ब्रह्मोस मिसाइल इसको भेद सकती है. समुद्री सीमा और साइप्रस में चल रहे तनाव के बीच ग्रीस को भारत के हथियारों से तगड़ी पावर मिलेगी.
ग्रीस देख चुका भारत का मिसाइल पावर
हाल ही में भारतीय सेना के डिप्टी चीफ लेफ्टिनेंट जनरल राहुल आर सिंह ने भी तुर्की को लेकर बयान दिया था. उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा था कि भारत ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान ही नहीं बल्कि चीन और तुर्की से भी लड़ रहा था. बहरहाल, तब ग्रीस ने देखा था कि भारत की ब्रह्मोस मिसाइल ने पाक में चीन और तुर्की के हथियारों को कैसे धूल चटाई थी. यही कारण है कि अब ग्रीस ब्रह्मोस को पाने के लिए आतुर है.
तुर्की क्यों घबराया हुआ है?
ग्रीस के एक्सपर्ट्स का कहना है कि यदि ब्रह्मोस मिसाइल ग्रीस और तुर्की के बीच के एजियन समुद्री द्वीपों पर तैनात हो जाए, तो तुर्की की नेवी को मुंहतोड़ जवाब दिया जा सकता है. ब्रह्मोस मिसाइल की रेंज 300 किमी से 1000 किमी तक की रेंज वाली हुई तो तुर्की के कुछ एयरबेस भी इसकी रेंज में आ जाएंगे. तब पाकिस्तान के जिगरी यार को बड़ी मुश्किल हो जाएगी. यही कारण है कि तुर्की घबराया हुआ है.