India's Bunker-Buster Missiles: भारत आए दिन अपनी शक्ति में इजाफा कर रहा है. वह अटैक और डिफेंस दोनों ही मामले में प्रबल हो रहा है. साथ ही नई तकनीक के साथ हथियारों को शामिल कर रहा है. इसमें बंकर बस्टर मिसाइल भी है. लाहौर विश्वविद्यालय में सामाजिक विज्ञान संकाय की डीन, राबिया अख्तर ने हाल ही में डॉन में प्रकाशित अपने लेख 'भारत के नए मिसाइल दांव की समस्या' (The Problem with India’s New Missile Gambit) में, भारत द्वारा अमेरिकी मैसिव ऑर्डनेंस पेनेट्रेटर (MOP) जैसा 'बंकर-बस्टर' पेलोड ले जाने में सक्षम एक उच्च गति वाली पारंपरिक मिसाइल विकसित करने के प्रयासों पर गंभीर चिंताएं जताई हैं.
उनके विश्लेषण के अनुसार, यह कदम दक्षिण एशिया के पहले से ही अस्थिर सामरिक परिदृश्य में एक खतरनाक रूप से अस्थिरकारी घटनाक्रम का प्रतिनिधित्व करता है. अख्तर का तर्क है कि भारत द्वारा ऐसी मिसाइल की खोज,जो संभवतः पारंपरिक वारहेड से लैस लंबी दूरी की अग्नि-5 प्रणाली का एक प्रकार है, पारंपरिक और परमाणु रणनीतियों के बीच एक जोखिम भरा उलझाव पैदा करती है.
पाकिस्तान की चिंता बढ़ी, भारत को दुनिया के सामने गलत दिखाएगा!
हालांकि भारत परमाणु हथियारों के संबंध में घोषित नो फर्स्ट यूज (NFU) नीति पर कायम है, लेकिन पाकिस्तान के परमाणु कमांड-एंड-कंट्रोल ढांचे या वारहेड भंडारण सुविधाओं को निशाना बनाकर किए गए पारंपरिक मिसाइल हमले को इस्लामाबाद द्वारा परमाणु हमले की शुरुआती गोलाबारी के रूप में आसानी से गलत व्याख्या की जा सकती है.
पाकिस्तान का डर, परमाणु हमले की धमकी
पाकिस्तान जब भी भारत के हमलों से डरता है, वह तब-तब परमाणु हमले की धमकी देता है. ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत के पाक के मेन बेस पर जब हमला किया तो वह इतना खतरनाक था कि पाक को लगा कि ये कोई परमाणु हमला हुआ है. अख्तर क्षेत्र में गलत अनुमान और आपसी रणनीतिक विश्वास के क्षरण के खतरे को भी उजागर करती हैं. वह लिखती हैं, 'भारत का नया बंकर बस्टर एक बल विकल्प प्रदान कर सकता है, लेकिन इसका उपयोग इस नाजुक समझ को चकनाचूर कर देगा कि रणनीतिक परमाणु हथियार तब तक वर्जित हैं जब तक कि पूर्ण युद्ध शुरू न हो जाए.' वे कहती हैं कि भारत का इन हथियारों से भी हमला पाकिस्तान को मजबूर कर सकता है परमाणु हमले के लिए.
वह आगे जोर देती हैं कि इस तरह के घटनाक्रम न केवल सैद्धांतिक रूप से अस्थिर कर रहे हैं, बल्कि व्यावहारिक रूप से हथियारों की होड़ को भी न्योता दे रहे हैं. इसके जवाब में, पाकिस्तान अपने परमाणु शस्त्रागार की उत्तरजीविता में सुधार करने, प्रक्षेपण प्रणालियों को फैलाने, या विश्वसनीय प्रतिरोध सुनिश्चित करने के लिए अपनी परमाणु सीमा को कम करने के लिए बाध्य हो सकता है.
अंत में राबिया अख्तर चेतावनी देती हैं कि भारत द्वारा पारंपरिक रणनीतिक हमला क्षमताओं की खोज दक्षिण एशिया में एक खतरनाक मिसाल कायम कर सकती है. इससे संकट के दौरान पूर्व-आक्रमण के सिद्धांतों को बढ़ावा मिलने और निर्णय लेने के समय को कम करने का जोखिम है, जिससे अनजाने में तनाव बढ़ने की संभावना बढ़ जाती है.
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.