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आखिर इजरायल ने बता ही दिया अपना मकसद! गाजा पर शासन नहीं, तो क्या करना चाहते हैं नेतन्याहू?

इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा है कि उनका मकसद गाजा पट्टी पर शासन करना नहीं, बल्कि हमास को पूरी तरह खत्म करना है. इजरायल गाजा पर नियंत्रण रखेगा, लेकिन उसे किसी ऐसी सरकार को सौंपेगा जो इजरायल के लिए खतरा ना बने और वहां बेहतर प्रशासन करे.

आखिर इजरायल ने बता ही दिया अपना मकसद! गाजा पर शासन नहीं, तो क्या करना चाहते हैं नेतन्याहू?
  • नेतन्याहू का मकसद हमास को खत्म करना है
  • गाजा पर सीधे शासन करने का इरादा नहीं
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इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हाल ही में गाजा पट्टी को लेकर अपनी योजना सीधे तौर पर बताई है. उन्होंने कहा कि उनका मकसद गाजा पर शासन करना नहीं है, बल्कि वहां से आतंकवादी संगठन हमास को खत्म करना है. साथ ही, गाजा की जनता की सुरक्षा भी उनकी प्राथमिकता है.

गाजा पर कंट्रोल लेकिन शासन नहीं
नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल गाजा के पूरे इलाके पर कंट्रोल रखेगा, लेकिन इस पर सीधा शासन नहीं करेगा. उनका कहना है कि वे एक सुरक्षा क्षेत्र बनाएंगे, जिससे वहां का माहौल सुरक्षित और नियंत्रित रहे. गाजा को वे किसी ऐसी अरब सरकार को सौंपना चाहते हैं, जो वहां ठीक से शासन करे और इजरायल के लिए खतरा ना बने.

हमास को खत्म करना है 
उन्होंने साफ किया कि गाजा को अपने देश में मिलाने या उस पर कब्जा करने की योजना नहीं है. उनका असली लक्ष्य हमास को पूरी तरह खत्म करना है. इसके साथ ही वे बंदियों को वापस लाने की कोशिश कर रहे हैं. उसके बाद गाजा को एक अस्थायी सरकार को सौंपा जाएगा, जो ना हमास होगी और ना ही कोई ऐसा संगठन जो इजरायल के खिलाफ हो.

फिलिस्तीनी अथॉरिटी और अरब देशों की भूमिका
इजरायल फिलिस्तीनी अथॉरिटी को गाजा का नियंत्रण देने से मना कर चुका है. दूसरी ओर, अरब देश गाजा के पुनर्निर्माण में मदद करना चाहते हैं, लेकिन वे चाहते हैं कि फिलिस्तीनी अथॉरिटी इसमें शामिल हो. उनका मानना है कि वेस्ट बैंक और गाजा दोनों में एक ही सरकार होनी चाहिए, जिससे दो-राज्य समाधान संभव हो सके.

आलोचनाएं और चुनौती
नेतन्याहू की इस नीति का जमकर विरोध भी हो रहा है. कई विशेषज्ञ कहते हैं कि हमास को पूरी तरह खत्म किए बिना गाजा में स्थिरता लाना मुश्किल होगा. यही कारण है कि यह संघर्ष लंबा खिंच रहा है. नेतन्याहू का कहना है कि बिना हमास को खत्म किए कोई भी समाधान टिक नहीं सकता.

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