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ईरान को झुका दिया, क्या उत्तर कोरिया से परमाणु हथियार दूर कर पाएगा US? किम जोंग-उन की बहन की दो टूक

US- North Korea Tension: उत्तर कोरियाई शासक किम जोंग-उन की शक्तिशाली बहन किम यो-जोंग ने कहा है कि संयुक्त राज्य अमेरिका को इस नई वास्तविकता को स्वीकार करना होगा कि उनका देश कभी भी परमाणु हथियार नहीं छोड़ेगा, चाहे इसके बारे में कितने भी दौर की बातचीत क्यों न हो जाए.  

ईरान को झुका दिया, क्या उत्तर कोरिया से परमाणु हथियार दूर कर पाएगा US? किम जोंग-उन की बहन की दो टूक

North Korea Nuclear Weapons: उत्तर कोरिया ने मंगलवार को कहा कि अमेरिका को यह स्वीकार करना होगा कि अतीत में दोनों देशों के शिखर सम्मेलनों के बाद से वास्तविकता बदल गई है और भविष्य में किसी भी वार्ता से उसका परमाणु कार्यक्रम समाप्त नहीं होगा. यह जानकारी सरकारी मीडिया KCNA ने दी.

उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन की शक्तिशाली बहन किम यो-जोंग, जिनके बारे में माना जाता है कि वे अपने भाई की बात करती हैं. उन्होंने कहा कि वे स्वीकार करती हैं कि किम और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच व्यक्तिगत संबंध 'खराब नहीं हैं.'

ऐसा प्रयास केवल मजाक
लेकिन अगर वाशिंगटन उत्तर कोरिया के परमाणु हथियार कार्यक्रम को समाप्त करने के लिए व्यक्तिगत संबंधों का उपयोग करने का इरादा रखता है, तो यह प्रयास केवल मजाक का विषय होगा. ऐसा किम यो जोंग ने KCNA को दिए एक बयान में कहा.

उन्होंने कहा, 'अगर अमेरिका बदली हुई वास्तविकता को स्वीकार नहीं करता और अपने असफल अतीत पर अड़ा रहता है, तो DPRK-अमेरिका बैठक अमेरिकी पक्ष के लिए एक 'आशा' बनकर रह जाएगी.' DPRK, उत्तर कोरिया के आधिकारिक नाम, डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया का संक्षिप्त रूप है.

उन्होंने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति के पहले कार्यकाल के दौरान किम और ट्रंप के बीच तीन बार हुई बातचीत के बाद से, एक परमाणु हथियार संपन्न राष्ट्र के रूप में उत्तर कोरिया की क्षमताएं और भू-राजनीतिक परिवेश में आमूल-चूल परिवर्तन आया है.

उन्होंने कहा, 'DPRK को परमाणु हथियार संपन्न राष्ट्र मानने से इनकार करने की किसी भी कोशिश को पूरी तरह से खारिज कर दिया जाएगा.'

अमेरिका ने क्या कहा?
उत्तर कोरियाई बयान के बारे में पूछे जाने पर, व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने कहा कि ट्रंप अपने पहले कार्यकाल में किम के साथ हुई तीन शिखर बैठकों के लक्ष्यों के प्रति अब भी प्रतिबद्ध हैं.

व्हाइट हाउस के अधिकारी ने एक समाचार एंजेसी को बताया, 'राष्ट्रपति उन उद्देश्यों पर कायम हैं और उत्तर कोरिया को पूरी तरह से परमाणु मुक्त बनाने के लिए नेता किम के साथ बातचीत के लिए तैयार हैं.'

2018 में सिंगापुर में अपनी पहली बैठक में, ट्रंप और किम ने कोरियाई प्रायद्वीप को परमाणु हथियारों से मुक्त बनाने के लिए सैद्धांतिक रूप से एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे. अगले साल हनोई में हुई शिखर वार्ता प्योंगयांग पर लगाए गए अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों को हटाने पर असहमति के कारण विफल हो गई थी.

ट्रंप ने कहा है कि किम के साथ उनके बहुत अच्छे संबंध हैं और व्हाइट हाउस ने कहा है कि राष्ट्रपति एकांतप्रिय उत्तर कोरियाई नेता के साथ संवाद करने के विचार के प्रति ग्रहणशील हैं.

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