Brahmos Missile Not Stopped in Pakistan: पाकिस्तान बरसों से भारत का मुकाबला करने की कोशिश कर रहा है, लेकिन हर बार वह नाकाम साबित होता है. पाकिस्तान ने हथियारों में भी भारत की बराबरी करना चाही, लेकिन वह बुरी तरह फेल हुआ है. 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान पाकिस्तान ने भारत की ब्रह्मोस मिसाइल को रोकने का प्रयास किया, जो विफल रहा. इसे रोकने के लिए पाक ने PL-12 और JF-17 थंडर ब्लॉक II लड़ाकू विमान का इस्तेमाल किया.
ब्रह्मोस मिसाइल लॉक नहीं हो पाई
रिपोर्ट बताती है की की पाकिस्तानी वायुसेना ने हालिया संघर्ष में भारत द्वारा हवा में लांच की गई ब्रह्मोस मिसाइल को रोकने के लिए PL-12 एक्टिव रडार-गाइडेड बियॉन्ड-विजुअल-रेंज (BVR) हवा-से-हवा मिसाइल (AAM) का इस्तेमाल किया. PAF ने JF-17 थंडर ब्लॉक II विमानों से PL-12 AAM मिसाइल दागी थी. लेकिन सूत्रों ने बताया कि JF-17 के रडार सिस्टम और PL-12 की गाइडेंस प्रणाली ब्रह्मोस मिसाइल लॉक करने में असमर्थ रही.
पाकिस्तानी जेट पास ही नहीं पहुंच पाया
सूत्रों के मुताबिक ये वाकया कुछ यूं हुआ की पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र में गश्त कर रहे दो JF-17 लड़ाकू विमानों को एक ब्रह्मोस-ए मिसाइल को रोकने के लिए आदेश दिया गया. इसे संभवतः PAF के रडार सिस्टम ने ट्रैक किया था. लेकिन ये विमान मिसाइल के करीब भी नहीं पहुंच सके. आईडीआरडब्ल्यू से बात करने वाले एक सूत्र ने कहा, 'ब्रह्मोस इतनी तेज थी कि उसे ट्रैक करना जेट के लिए असंभव था.'
पहले भी ब्रह्मोस को नहीं रोक पाया पाक
बता दें की यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान ब्रह्मोस को रोकने में असफल रहा है. इससे पहले साल 2022 में भारत ने गलती से एक ब्रह्मोस मिसाइल लॉन्च कर दी थी, जो 124 किमी की दूरी तय करके पाकिस्तान के पंजाब के मियां चन्नू में गिरी. उस समय पाकिस्तान के पास चीनी निर्मित HQ-9 सतह-से-हवा मिसाइल (SAM) सिस्टम सहित कई एयर डिफेंस सिस्टम थे, लेकिन सब फेल साबित हुए. ऑपरेशन सिंदूर तो दूसरा वाकया है, जब पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ी.