Pakistan And Turkey Defence Relation: भारत और पाकिस्तान के बीच हुए संघर्ष में पाक की करारी हार हुई. सैन्य और रणनीतिक तौर पर पाकिस्तान को कई बड़े झटके लगे. जो पाकिस्तान चीनी हथियार पर आंख मूंदकर भरोसा कर रहा था, वह अब तुर्की की तरफ रुख करने जा रहा है. पाकिस्तान तुर्की से अत्याधुनिक ALP-300G रडार सिस्टम खरीदने वाला है. इसे खरीदने के लिए पाकिस्तान ने तुर्की की डिफेंस कंपनी Aselsan से भी संपर्क साधा है.
क्या पाक का चीनी हथियारों पर से विश्वास डगमगाया?
दरअसल, भारत-पाकिस्तान संघर्ष में चीन का HQ9 एयर डिफेंस सिस्टम बुरी तरह फेल हुआ. वह भारत की मिसाइलों को मारना तो दूर, ट्रैक भी नहीं कर पाया. इस कारण पाकिस्तान भारत से खूब पिटा. अब पाक अपनी सैन्य ताकत को बढ़ाने के लिए चीन पर से निर्भरता घटाकर तुर्की पर भरोसा जता रहा है. यही कारण है कि पाक ने नई डिफेंस डील के लिए तुर्की को चुना है.
30 मिनट हो जाता है तैनात
तुर्की का ALP-300G रडार सिस्टम मात्र 30 मिनट के भीतर तैनात हो सकता है. इस रडार सिस्टम को शुरुआती चेतावनी और एयर डिफेंस के लिए डिजाइन किया गया है. AESA और डिजिटल बीमफॉर्मिंग तकनीक से ये रडार लैस है. ये ना सिर्फ बैलिस्टिक मिसाइलों, बल्कि स्टील्थ एयरक्राफ्ट और ड्रोन को भी ट्रैक कर सकता है.
खराब मौसम में भी चलता है
इस रडार सिस्टम को 10 टन कैटेगरी के पहिएदार वाहनों के जरिये एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जा सकता है. कहीं भी ले जाकर इसको 30 मिनट तैनात किया जा सकता है. इस रडार सिस्टम को NATO एयर कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम से भी इंटीग्रेट किया गया है. ये रडार सिस्टम बेहद खराब मौसम में भी पूरी ताकत के साथ काम कर सकता है. पाकिस्तान को उम्मीद है कि इस रडार से वह खुद की सुरक्षा कर पाएगा. इसकी खूबियों को देखते हुए ही इसे चीनी एयर डिफेंस सिस्टम के ऊपर तरजीह दी गई है.