Pakistan Turkish Yiha 3 military Drone: पाकिस्तान को भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान उसकी हैसियत दिखाई थी. 7 से 10 मई तक चले इस ऑपरेशन की कई कहानियां अब सामने आ रही हैं. पाकिस्तान ने भारत पर ड्रोन से अटैक करने और जासूसी करने की साजिश भी रची, लेकिन भारत के एयर डिफेंस सिस्टम ने तमाम साजिशों को नाकाम किया. अब एक हास्यास्पद वाकया सुनने में आया है. पाक का मिलिट्री ड्रोन एक आम किसान ने ही मार गिराया.
पाक के किसान ने ही मार गिराया ड्रोन
दरअसल, ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सियालकोट के एक पाकिस्तानी किसान सुफयान ने अपनी निजी राइफल से एक ड्रोन को मार गिराया. इसके बाद वह रातोंरात हीरो बन गया था. पाकिस्तानी सेना ने शुरू में इसे देशभक्ति का कारनामा बताकर सुफयान की तारीफ की. लेकिन जांच में एक हास्यास्पद सच सामने आया, सुफयान ने जिस ड्रोन को निशाना बनाया, वह भारत का नहीं, बल्कि पाकिस्तान का अपना यिहा-III ड्रोन (सीरियल नंबर 24-043) था.
ऐसे हुआ पूरा वाकया
पाक के किसान सुफयान ने अपने खेतों के ऊपर कम ऊंचाई पर उड़ते एक यिहा-III ड्रोन को देखा. इसे भारतीय ड्रोन समझकर उसने अपनी राइफल से निशाना साधा. ड्रोन गिर गया और स्थानीय लोग इसे दुश्मन का ड्रोन समझकर लाठियों, पत्थरों और चप्पलों से हमला किया. एक स्थानीय संवाददाता ने मौके पर पहुंचकर भारतीय ड्रोन्स को 'कमजोर और कबाड़' बताया, लेकिन बाद में पता चला कि यह 30,000 डॉलर का तुर्की निर्मित यिहा-III ड्रोन था.
ड्रोन में तकनीकी खराबी थी
भारत के तेवर देखते हुए पाक ने पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान ने 300-400 तुर्की निर्मित यिहा-III और आसिसगार्ड सोंगार ड्रोन्स की भारी तैनाती की थी. यह हाई-टेक मानवरहित हवाई वाहन (UAV) और लॉइटरिंग म्युनिशन तुर्की की बायकर कंपनी और पाकिस्तान के रक्षा उद्योग ने मिलकर बनाया था. लेकिन कई ड्रोन्स तकनीकी खराबी का सामना कर रहे थे, वे भारत के हवाई क्षेत्र में पहुंच ही नहीं पाए.
तुर्की के रक्षा निर्यात को लगा झटका
इस घटना ने तुर्की के रक्षा निर्यात को भी झटका दिया. यिहा-III ड्रोन को अल्बानिया और यूक्रेन जैसे देशों में निर्यात किया गया था. लेकिन भारत की आकाशतीर प्रणाली ने भी इस ड्रोन को निशाना बनाकर गिराया था. इसके इतर, तुर्की ड्रोन में तकनीकी कमजोरियां भी सामने आई.