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रूस का यूक्रेन पर सबसे बड़ा हवाई हमला, अकेले पड़े जेलेंस्की! अमेरिका ना दे रहा हथियार और ना बचा पा रहा

Russia hits Ukraine: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति रोक दी गई, जिससे मानो तेज और खतकनाक हमलों के लिए व्लादिमीर पुतिन प्रोत्साहित हो गए हों. हुआ भी वैसा जहां कुछ दिनों बाद रूस ने 550 मिसाइलों और ड्रोन के साथ सबसे बड़ा हवाई हमला किया. कल पुतिन के साथ फोन पर बातचीत में ट्रंप ने कहा कि युद्ध समाप्त करने के बारे में कोई प्रगति नहीं हुई है.

रूस का यूक्रेन पर सबसे बड़ा हवाई हमला, अकेले पड़े जेलेंस्की! अमेरिका ना दे रहा हथियार और ना बचा पा रहा

Russia-Ukraine War: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति रोक दी गई है, जिससे मानो रूस को और बल मिल गया, जहां अब कुछ दिनों बाद रूस ने 550 मिसाइलों और ड्रोन के साथ यूक्रेन से युद्ध में अब तक का सबसे बड़ा हवाई हमला कर डाला. रूसी प्रोजेक्टाइल के शहर पर हमला करने से कीव का आसमान आग के गोले और धुएं के बादलों से भर गया.

रूसी बमबारी ट्रंप द्वारा रूसी नेता व्लादिमीर पुतिन से फोन पर बात करने के कुछ घंटों बाद हुई. ट्रंप ने कहा कि उन्होंने कॉल पर बात की, लेकिन संघर्ष को समाप्त करने के बारे में कोई प्रगति नहीं हुई. हालांकि, पुतिन को यह संदेश जरूर मिल गया कि वह यूक्रेन पर अपनी इच्छानुसार हमला करने के लिए स्वतंत्र हैं.

रातों-रात की गई बमबारी में महीनों तक चलने वाला पैटर्न अपनाया गया. ट्रंप ने पहले यूक्रेन को दी जाने वाली आपूर्ति में कटौती की, जिसे पहले ही मंजूरी मिल चुकी थी और यूक्रेन को बर्बाद कर दिया गया. फिर पुतिन ने यूक्रेन पर बड़े पैमाने पर हमले शुरू कर दिए और ट्रंप द्वारा यूक्रेन को रक्षात्मक हथियार से वंचित करने के परिणामस्वरूप युद्ध के मैदान पर बढ़त हासिल कर ली.

क्रेमलिन के बयान से पता चलता है कि ट्रंप से इशारा मिलने के बाद रूस कितना उत्साहित है. बयान में कहा गया है कि रूस पीछे नहीं हटेगा जब तक कि मूल कारणों को समाप्त नहीं कर दिया जाता.

‘मूल कारणों’ का इस्तेमाल पुतिन की अधिकतम मांगों के लिए किया जाता है, जैसे कि रूस द्वारा कब्जा किए गए सभी यूक्रेनी प्रांतों और उसके नियंत्रण वाले अन्य क्षेत्रों को पूरी तरह से मान्यता देना, यूक्रेन के राष्ट्रपति के रूप में वोलोडिमिर जेलेंस्की को हटाना और उनके प्रशासन को हटाना, वर्साय जैसी संधि में अपनी सेना पर सीमाएं लगाने के लिए यूक्रेनी संविधान में संशोधन करना, देश के सांस्कृतिक मामलों में रूस को शामिल करना और नाटो की सदस्यता को समाप्त करना, यूक्रेन की विदेशी सैन्य भागीदारी पर सीमाएं लगाना, आदि. ऐसी शर्तों के लागू होने का मतलब होगा एक संप्रभु राष्ट्र के रूप में यूक्रेन का अंत.

ट्रंप के फैसलों में रूस को योगदान, ये अमेरिका का क्या खेल?
महीनों से रूस ने यूक्रेन पर लगभग हर रोज सैकड़ों मिसाइलों और ड्रोन से हमला किया है और इस बीच यूक्रेन ने अमेरिका निर्मित वायु रक्षा प्रणाली खरीदने की कोशिश की है.

इस हफ्ते की शुरुआत में ऐसी बिक्री को मंजूरी देने के बजाय ट्रंप प्रशासन ने वायु रक्षा प्रणालियों और अन्य हथियारों की आपूर्ति को रोक दिया, जिन्हें पहले ही मंजूरी मिल चुकी थी. ट्रंप ने गुरुवार को यूक्रेन को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि हमने यूक्रेन को बहुत सारे हथियार दिए हैं.

रूस ने संदेश को जल्दी से समझ लिया और हवाई अभियान को तेज करके जवाब दिया. यूक्रेन ने कहा कि रूस ने युद्ध के सबसे बड़े हवाई हमले में रातों-रात 539 ड्रोन और 11 बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं.

इस माह संयुक्त राष्ट्र (UN) की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि जनवरी से जून के बीच रूसी हवाई हमलों में यूक्रेनी नागरिकों की हताहतों की संख्या में 50 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. वैसे बता दें कि ट्रंप शासन में आए तो उन्हें यह युद्ध रुकवाना था, क्योंकि उन्होंने इसका एक तरीके से वादा किया था.

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