Russia Su-34 For IAF: भारत और रूस के सैन्य संबंध वर्षों से मजबूत रहे हैं. रूस ने भारत को कई ताकतवर फाइटर जेट्स और और एयर डिफेंस सिस्टम दिए हैं. इनमें सुखोई Su-30 MKI लड़ाकू विमान और S-400 वायु रक्षा प्रणाली भी शामिल हैं. अब रूस की ओर से भारत को एक और लड़ाकू विमान का ऑफर मिल रहा है. ये एक बॉम्बर जेट है, जो अपनी ताकत के लिए जाना जाता है.
रूसी मीडिया का ये दावा
रूसी मीडिया आउटलेट स्पूतनिक इंडिया ने सुखोई Su-34 'फुलबैक' को भारत की वायुसेना के लिए एक शक्तिशाली ऑप्शन बताया है. दावा है कि Su-34 की स्पीड, हथियारों की क्षमता और लंबी उड़ान की विशेषताएं इसे भारत की रणनीतिक जरूरतों के लिए एक मजबूत विकल्प बनाती हैं. चलिए, जानते हैं कि यह दो सीटों वाला, लंबी दूरी का बॉम्बर जेट IAF के लिए क्यों खास हो सकता है?
Su-34 की सबसे खास बात
Su-34 की सबसे खास विशेषता है इसका साइड-बाय-साइड कॉकपिट, जो आधुनिक बमवर्षक विमानों में कम ही देखने को मिलता है. इस डिजाइन से दो पायलट्स को लंबी उड़ानों के दौरान हिलने-डुलने या खड़े होने की जगह मिलती है. लंबे मिशनों में पायलटों को सुविधा होगी. भारत में उत्तरी या पश्चिमी क्षेत्रों में लंबी दूरी के मिशन आम हैं.
Su-34 बमवर्षक विमान में क्या खूबियां?
रूस का Su-34 लड़ाकू विमान सुखोई-27 मॉडल का अपग्रेडेड वर्जन है. यह गहरे हमलों, दुश्मन की हवाई रक्षा को नष्ट करने (SEAD) और समुद्री अभियानों को अंजाम देने के लिए डिजाइन किया गया है.
- यह 8 टन तक हथियार ले जा सकता है. जैसे- स्मार्ट बम, एंटी-शिप मिसाइलें, हवा-से-हवा मिसाइलें और लंबी दूरी की क्रूज मिसाइलें.
- यह करीब 1100 किलोमीटर की लंबी दूरी तक मिशन पूरे कर सकता है. के लिए उपयुक्त बनाती है।
- यह तेज गति से उड़ने वाला विमान है. इसकी स्पीड मैक 1.8 है.
- इसमें इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणाली और पीछे की ओर रडार है, जो खतरों का पता लगाने और बचाव में मदद करता है।
- यह बमवर्षक विमान कम ऊंचाई पर उड़कर रडार से बच सकता है.