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रूस लेगा बदला, क्या छोड़ देगा ये खतरनाक मिसाइल, जो कर देगी तबाही? यूक्रेन को हुई टेंशन

रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच एक नई मिसाइल चर्चा में है, जिसकी स्पीड और क्षमता इसे बाकी हथियारों से अलग बनाती है. दावा किया जा रहा है कि ये मिसाइल दुश्मन को पलटवार का मौका तक नहीं देती. इसकी तकनीक, टारगेटिंग पावर और युद्ध में भूमिका को लेकर कई अहम बातें सामने आ रही हैं. 

रूस लेगा बदला, क्या छोड़ देगा ये खतरनाक मिसाइल, जो कर देगी तबाही? यूक्रेन को हुई टेंशन
  • जिरकॉन रूस की पहली हाइपरसोनिक एंटी-शिप मिसाइल है
  • यूक्रेन युद्ध में इसका इस्तेमाल बड़ी चिंता बन गया है

हाल ही में यूक्रेन ने, रूस के एयरबेसों को ड्रोन से निशाना बनाकर हमला किया गया था, जिसमें रूस को काफी नुकसान उठाना पड़ा. यूक्रेन ने दावा किया था कि उसने ड्रोन्स की मदद से रूस के ए-50, टीयू-95, टीयू-22एम3 और टीयू-160 विमानों को निशाना बनाया है. इस हमले के बाद व्लादिमीर पुतिन आग बबूला हो चुके हैं. उन्होंने, अमेरिकी राष्ट्रपति से हुई बातचीत में साफ कह हिया है कि इस हमले का करारा जवाब दिया जाएगा.

रूस-यूक्रेन युद्ध में जहां एक तरफ ड्रोन और टैंक सुर्खियों में रहे, वहीं अब एक और हथियार चर्चा में है, ‘जिरकॉन हाइपरसोनिक एंटी-शिप मिसाइल’. यह कोई आम मिसाइल नहीं, बल्कि एक ऐसा हथियार है जिसे रूस अपना गेम चेंजर बता रहा है. आखिर क्या है इस मिसाइल की खासियत और कैसे ये यूक्रेन युद्ध में नया मोड़ ला सकती है, आइए समझते हैं.

क्या है जिरकॉन मिसाइल?
जिरकॉन (Zircon) मिसाइल को रूस ने खासतौर पर समुद्री युद्ध के लिए तैयार किया है. इसका मकसद है, दुश्मन के जहाजों को बेहद तेज और सटीक तरीके से तबाह करना.
इसका पूरा नाम है 3M22 Tsirkon (Zircon). इसे रूस की रक्षा प्रणाली में सबसे आधुनिक और घातक हाइपरसोनिक मिसाइल माना जाता है.

यह मिसाइल हाइपरसोनिक स्पीड यानी ध्वनि की गति से 9 गुना तेज चलती है, जिससे इसको पकड़ना या मार गिराना लगभग नामुमकिन हो जाता है. इसकी रेंज करीब 1000 किलोमीटर तक है.

किस तरह काम करती है यह मिसाइल?

इसे युद्धपोतों और पनडुब्बियों से लॉन्च किया जा सकता है. हाइपरसोनिक गति के कारण दुश्मन को इससे बचने का मौका ही नहीं मिलता. इसका मुख्य टारगेट होता है, दुश्मन के बड़े जहाज, एयरक्राफ्ट कैरियर और समंदर के रास्ते आने वाली सैन्य सप्लाई.

यूक्रेन युद्ध में इसका क्या रोल है?
हाल ही में खबरें आई हैं कि रूस ने यूक्रेन के खिलाफ इस मिसाइल का इस्तेमाल किया है. यूक्रेन की सेना का कहना है कि रूस ने जिरकॉन मिसाइल से हमला किया, जिससे भारी नुकसान हुआ. हालांकि, रूस की ओर से आधिकारिक पुष्टि पूरी तरह से नहीं मिली है, लेकिन सैन्य एनालिस्ट्स का मानना है कि रूस अब इस मिसाइल का इस्तेमाल यूक्रेन पर दबाव बढ़ाने के लिए कर रहा है. यूक्रेन की वायु रक्षा प्रणाली हाइपरसोनिक हथियारों से निपटने में अभी उतनी सक्षम नहीं है, जिससे यह मिसाइल उनके लिए बड़ी चुनौती बन चुकी है.

रूस के लिए क्यों है ये गेम चेंजर?

अमेरिका और नाटो अभी इस तरह की मिसाइलों को रोकने की तकनीक पूरी तरह विकसित नहीं कर पाए हैं. यह मिसाइल सर्जिकल स्ट्राइक जैसी तेजी से टारगेट हिट कर सकती है. इससे रूस को समुद्र में बढ़त मिलती है, खासकर जब बात ब्लैक सी और बाल्टिक जैसे इलाकों की हो.

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