नई दिल्ली: यूक्रेन को यूरोपियन देशों की ओर से पूरी सहायता दी जा रही है, वहीं, अमेरिका, यूक्रेन का पक्ष लेने से पीछे हटता हुआ नजर आ रहा है. इसी बीच यूक्रेन को दोस्त स्वीडन की तरफ से बड़ी मदद मिलने जा रही है, जिसे लेकर ऐलान भी किया जा चुका है. दरअसल, 31 मार्च सोमवार को स्वीडन ने घोषणा की है कि वह यूक्रेन को करीब 1.6 अरब डॉलर (लगभग 1600 मिलियन डॉलर) की सैन्य मदद देगा.
स्वीडन ने की सबसे बड़ी सैन्य मदद
यूक्रेन की सहायता करने का यह ऐलान स्वीडन के रक्षा मंत्री पाल जोनसन ने किया है. उनके मुताबिक, यह मदद 2022 में यूक्रेन पर हुए रूस के बड़े हमले के बाद से स्वीडन की ओर से सबसे बड़ी सैन्य सहायता होगी. इस सहायता के लिए यूक्रेन को हवाई रक्षा, तोपची सैन्य दल, सैटेलाइट कॉम्युनिकेशन और समुद्री क्षमता शामिल है. स्वीडन की सरकार ने बताया, 2022 से अब तक यूक्रेन को 80 अरब स्वीडिश क्रोनर (लगभग 8 अरब डॉलर) की मदद दी जा चुकी है. इसमें आर्चर सेल्फ-प्रोपेल्ड होवित्जर, स्ट्रव 122 टैंक और CV90 इन्फैंट्री फाइटिंग व्हीकल जैसी चीजें मौजूद हैं.
नए पैकेज में होगी 912 मिलियन डॉलर का सामान
रिपोर्ट्स की मानें तो नए पैकेज में 91.2 करोड़ डॉलर (912 मिलियन डॉलर) की कीमत का सामान शामिल होगा, जो स्वीडन की रक्षा इंडस्ट्री से खरीदा जाएगा और अगले 0-24 महीनों में यूक्रेन को सौंप दिया जाएगा. इसके अलावा 46.5 करोड़ डॉलर (465 मिलियन डॉलर) अंतरराष्ट्रीय पहल, यूक्रेन डिफेंस कॉन्टैक्ट ग्रुप और यूक्रेन की रक्षा इंडस्ट्री से खरीद के लिए दान किए जाएंगे.
यूक्रेन को मिलेंगे स्पेयर पार्ट्स
बताया जा रहा है कि स्वीडन की सेना से यूक्रेन को 9.3 करोड़ डॉलर (93 मिलियन डॉलर) का सामान और स्पेयर पार्ट्स भी मिलेंगे. इसमें M/58 मशीन गन, गोला-बारूद, हवाई अड्डों के रखरखाव के लिए करीब 100 गाड़ियां और अन्य मदद भी शामिल है. स्वीडन ने 4.6 करोड़ डॉलर (46 मिलियन डॉलर) एक एक्सपोर्ट गारंटी के लिए भी रखे हैं, ताकि आने वाले वक्त में स्वीडिश कंपनियां यूक्रेन को और सामान पहुंचा सकें. वहीं, स्वीडन की डिफेंस मटेरियल एडमिनिस्ट्रेशन छोटी टेक कंपनियों के सैन्य समाधानों को ढूंढेगी, उनकी टेस्टिंग करेगी और उन्हें आगे बढ़ाने के लिए फंड देगी, जो यूक्रेन में इस्तेमाल किए जाएंगे.
अमेरिका के बदले हुए तेवर
गौरतलब है कि यूक्रेन को यह बड़ी मदद ऐसे समय पर दी जा रही है, जब यूरोपीय देश आगे बढ़कर यूक्रेन की सहायता कर रहे हैं. दूसरी ओर सबसे बड़ी सैन्य मदद करने वाला अमेरिका यूक्रेन से मुंह मोड़ता नजर आ रहा है.
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