Taiwan Vs China: चीन को दूसरे के फटे में टांग अड़ाने की आदत है. भारत-पाकिस्तान के बीच हुए हालिया संघर्ष में भी चीन की सीक्रेट भूमिका रही थी. रिपोर्ट्स में दावा है कि चीनी सैटेलाइट्स ने भारतीय सेना की जासूसी की और पाकिस्तान को पल-पल का अपडेट दिया. लेकिन पहाड़ पर लगी आग देखने वाला चीन पैरों में लगी आग को नहीं देख पाया. चीन के खिलाफ उसका पड़ोसी देश ताइवान जंग की तैयारी कर चुका है.
ताइवान सैन्य अभ्यास कर रहा
चीन का पड़ोसी देश ताइवान अब तक का सबसे बड़े सैन्य अभ्यास शुरू कर चुका है, जिसका नाम 'हान कुआंग ड्रिल्स' है. ये सैन्य अभ्यास इसी हफ्ते शुरू हुआ है. इसमें 22,000 रिजर्व सैनिक हैं. साइबर हमले, मिसाइल अटैक और जमीनी वॉर जैसी सिचुएशन के लिए सैन्य अभ्यास हो रहा है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि चीन जैसे बाहुबली देश से निपटने के लिए ही ये सैन्य अभ्यास हो रहा है. ताइवान की रणनीति में बंदरगाहों को मजबूत करना, संभावित चीनी लैंडिंग पॉइंट्स को सुरक्षित करना है.
सैन्य अभ्यास से क्या जताना चाह रहा ताइवान?
ताइवान ने अपने सैन्य अभ्यास से चीन को संदेश देना चाहता है कि वह समुद्री और हवाई खतरों का जवाब देने में सक्षम हैं. ताइवान, बीजिंग को यह जताना चाहता है कि वह किसी भी आक्रमण का कड़ा जवाब दे सकता है. इसके जवाब में चीन ने Taiwan Strait में अपनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) की गतिविधियां तेज कर दी हैं.
ताइवान के पास अमेरिका की 'पावर'
ताइवान ने हाल के वर्षों में अमेरिका से AGM-88 HARM मिसाइलें, टॉमहॉक क्रूज मिसाइलें और HF-3 सुपरसोनिक एंटी-शिप मिसाइलें जैसे हथियार हासिल किए हैं. ताइवान ने सिमेट्रिक डिफेंस (स्मार्ट और तेज तकनीकों) पर विशेष ध्यान दिया है. इसके अलावा, अमेरिकी M1A2T अब्राम्स टैंक की नुमाइश भी की जाएगी, जो ताइवान की नई पावर बनकर उभर रहा है.