नई दिल्ली: रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को रोकने की लगातार कोशिश चल रही है. इसी बीच रूसी सेना ने मंगलवार को दावा किया है कि उनकी हवाई सुरक्षा ने रातभर में 10 अलग-अलग रूसी इलाकों में 337 यूक्रेनी ड्रोन को मार गिराया. यह पिछले तीन साल में यूक्रेन का रूस पर सबसे बड़ा ड्रोन हमला माना जा रहा है. रिपोर्ट्स की मानें तो इस हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई और कई लोग घायल हुए हैं. यह हमला ऐसे समय हुआ है जब यूक्रेन का एक प्रतिनिधिमंडल सऊदी अरब में अमेरिका के शीर्ष राजनयिक से मिलने जा रहा है, ताकि तीन साल से चल रहे रूस-यूक्रेन युद्ध को खत्म करने की कोशिश की जा सके. यूक्रेनी अधिकारियों ने अभी इस हमले पर कोई बयान नहीं दिया है.
कई ड्रोन किए गए नष्ट
इस हमले को लेकर रूस के रक्षा मंत्रालय का कहना है कि सबसे ज्यादा 126 ड्रोन कुर्स्क क्षेत्र में मार गिराए गए, जहां यूक्रेन की सेना का कुछ हिस्सों पर कब्जा है. वहीं, मॉस्को क्षेत्र में 91 ड्रोन को नष्ट किया गया. बाकी ड्रोन बेलग्रोद, ब्रायंस्क, वोरोनिश, कलुगा, लिपेत्स्क, निजनी नोवगोरोद, ओर्योल, और रियाजान जैसे इलाकों में गिराए गए हैं. मॉस्को के मेयर सर्गेई सोबयानिन ने बताया कि राजधानी की ओर आने वाले 70 से ज्यादा ड्रोन को मार गिराया जा चुका है.
नुकसान और प्रभाव
मॉस्को क्षेत्र के गवर्नर आंद्रेई वोरोब्योव ने कहा कि हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई और 9 लोग घायल हुए है. कई घरों और कारों को भी नुकसान पहुंचा है. लिपेत्स्क के गवर्नर इगोर आर्तामोनोव ने बताया कि एक राजमार्ग पर एक और व्यक्ति घायल हुआ. मॉस्को में एक इमारत की छत को भी नुकसान पहुंचा है. सुरक्षा के लिए मॉस्को के पास दोमोदेदोवो, वनुकोवो, शेरेमेत्येवो, और जुकोवस्की हवाई अड्डों समेत 6 अन्य एयरपोर्ट पर उड़ानों को कुछ समय के लिए रोक दिया गया. दोमोदेदोवो रेलवे स्टेशन से ट्रेनों की आवाजाही भी थोड़ी देर के लिए बंद रही.
युद्ध को रोकने की कोशिश
सऊदी अरब के जेद्दा शहर में अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक वाल्ट्ज यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की की टीम से मिलने वाले हैं. यह मुलाकात 28 फरवरी को व्हाइट हाउस में जेलेंस्की और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच हुई तीखी बहस के बाद पहली बार होने जा रही है. इस मुलाकात का मकसद रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को खत्म करने की नई कूटनीतिक कोशिश शुरू करना है. दूसरी ओर फिलहाल अमेरिका की ओर से इस ड्रोन हमले पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है.
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