Pew Research Report: दुनिया में कई धर्म के लोग रहते हैं. विश्व की जनसंख्या 800 करोड़ से ज्यादा है. इनमें सबसे ज्यादा लोग इस्लाम और ईसाई धर्म को मानने वाले हैं. इस बीच प्यू रिसर्च रिपोर्ट की आई जिसमें जनसंख्या व धर्म को लेकर कई बड़े खुलासे किए, जिसमें एक ये भी कि एक सर्वे आधारित दुनिया में 55 वर्ष से कम आयु के 10 में से 1 वयस्क ने अपने बचपन के धर्म को त्याग दिया है.
रिपोर्ट के अनुसार, ईसाई धर्म को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है, जहां वैश्विक स्तर पर भारी संख्या में धर्म परिवर्तन हुआ है. आंकड़े कहते हैं कि हर 100 लोगों में से 17.1 लोगों ने ईसाई धर्म छोड़ दिया. और उसी समय में केवल 5.5 लोगों ने धर्म अपनाया. इससे पता चलता है कि ईसाई धर्म को मानने वालों की संख्या में नेट 11.6 लोगों का कुल लॉस हुआ है.
किन देशों में होता है सबसे ज्यादा धर्म परिवर्तन?
जिन देशों में हाई HDI (Human Development Index) है, जहां के लोगों में धर्म परिवर्तन आम बात है. रिपोर्ट बताती है जैसे अमेरिका, कनाडा जैसे देश हैं, जहां शिक्षा अच्छी है, कमाई अच्छी है, वहां के लोग स्वतंत्रता से जीना चाहते हैं, इसलिए वे बचपन में ही धर्म से पीछा छुड़ा लेते हैं. वहीं, अफ्रीका, दक्षिण एशिया जैसे इलाकों में लोग कम बचपन के धर्म को छोड़ते हैं.
पिछले साल BBC की एक रिपोर्ट में लिखा गया था कि हॉन्ग-कॉन्ग और दक्षिण कोरिया उस लिस्ट में सबसे ऊपर थे, जहां 53 फीसदी लोगों का कहना था कि उन्होंने अपनी धार्मिक पहचान बदल ली है. इसमें वे भी लोग थे, जिन्होंने हर धर्म को छोड़ दिया.
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