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नूरपुर के विद्युत कर्मचारी की लाइन ठीक करते समय करंट लगने से हुई मौत

Nurpur News: विद्युत विभाग के कर्मचारियों व पेंशनरों ने नूरपुर स्टेडियम से लेकर अस्पताल ग्राउंड तक प्रदेश सरकार व प्रबंधन के खिलाफ की जोरदार नारेबाजी और प्रदर्शन  

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नूरपुर के विद्युत कर्मचारी की लाइन ठीक करते समय करंट लगने से हुई मौत
Raj Rani|Updated: Mar 04, 2025, 04:00 PM IST
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Himachal Pradesh/भूषण शर्मा: हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड कर्मचारीयो, पेंशनरों और अभियंताओं ने पिछले कल दिनांक 03/03/2025 को इंदौरा में हुई दुर्घटना के शिकार कर्मचारी अजय कुमार की मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त किया तथा 2 मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना भी की.

प्रदेश सरकार तथा बोर्ड प्रबंधन वर्ग को आडे हाथों लेते हुए विद्युत पेंशनर फोरम के राज्य उपाध्यक्ष पवन मोहल और बिधुत पेंशनर फोरम नूरपुर के सचिव अरूण सहोत्रा ने संयुक्त ब्यान में कहा कि एक सप्ताह में तीन विद्युत नौजवान दुर्घटनाओं से शिकार मौत का ग्रास बने हैं. जिसमें दिनाक 24/02/2025 सुजानपुर से पंकेश कुमार और शिमला शोगी से सुशील कुमार लाइनों के रखरखाव का कार्य करते हुए दुर्घटनाओं का शिकार होकर अपने प्राणों की आहुतियां दी है.

उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की मौत का ग्राफ बढ़ने का सबसे बड़ा जो कारण है वह फील्ड में कर्मचारियों की भारी कमी है क्योंकि एक-एक कर्मचारी के हिस्से 25 से 30 ट्रांसफार्मर की देखरेख और उसके रखखाव की जिम्मेवारी है. इन नौजवान कर्मचारियों की मौत की जिम्मेदार प्रदेश सरकार और बोर्ड प्रबंधन वर्ग है.

उन्होंने अपना रोश प्रकट करते हुए विद्युत बोर्ड के कर्मचारीयों पेंशनरों और अभियंताओं ने नूरपुर के चौगान मैदान में जोरदार रोश प्रकट किया तथा अजय कुमार अमर रहे, के नारे लगाए.

इस दौरान सरकार और बोर्ड प्रबंधन वर्ग तक अपनी बात पहुंचने के लिए चौगान मैदान से लेकर नूरपुर सिविल अस्पताल के मुख्य द्वार पर तक सैकड़ो विद्युत कर्मचारीयो और पेंशनरों ने जुलूस निकाला.

उन्होंने कहा कि अगर बोर्ड प्रबंधन वर्ग और प्रदेश सरकार ने बिजली बोर्ड में कर्मचारियों की भर्ती की प्रक्रिया शुरू नहीं की तो आने वाले समय में ऐसी और दुर्घटनाएं होगी. इसलिए हम सरकार से यह मांग करते हैं की बिजली बोर्ड में कर्मचारियों की शीघ्र भर्ती की जाए पवन मोहल ने कहा कि 1990 में विद्युत बोर्ड में कर्मचारियों की संख्या 43000 थी कंज्यूमर मात्र करीब 9 लाख था लेकिन आज कर्मचारियों की संख्या घटकर मात्र 13000 रह गई है और कंज्यूमर 29 लाख के करीब है.

विद्युत बोर्ड में 8000 पद रिक्त पढ़ें हैं जिनको तुरंत भरने की जरूरत है बोर्ड के प्रबंधक वर्ग द्वारा 1030 पदों को भरने की मंजुरी पिछले दो वर्ष पहले दी थी मगर आज दिन तक प्रदेश सरकार ने इन पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू नहीं की. इसके विपरीत जनरेशन बीग में 700 पदों को खत्म कर दिया गया. अभियंताओं के 51 पदों को समाप्त कर दिया गया और 82 आउटसोर्स ड्राइवरों को घर बैठा दिया गया है.

पवन मोहल ने बताया कि 11 फरवरी 2025 को विद्युत कर्मचारीयों पेंशनरों और इंजीनियरों की ज्वाइंट एक्शन कमेटी के आवाहन पर जिला हमीरपुर में महापंचायत का आयोजन किया गया जिसमें नादौन यूनिट के प्रधान नितीश भारद्वाज जी ने विद्युत बोर्ड में खाली पदों को भरने की मांग मंच से उठाई मगर बड़े दुख का विषय है की बोर्ड प्रबंधन वर्ग ने 14 फरवरी 2025 को नितीश भारद्वाज जी को सस्पेंड कर दिया. उसके लिए कोई भी कानूनी प्रक्रिया अमल में नहीं लाई गई और ना ही इस कर्मचारी को सस्पेंड करने का कारण बताया गया.

उन्होंने बताया कि इसके साथ यूनियन ने सरकार से मांग की है कि जिस तरह फौजी भाईयों को ड्यूटी के दौरान शहादत होने पर समान दिया जाता है उसी तर्ज पर बिजली बोर्ड में कार्य करते हुए कर्मचारी की दुर्घटना पर उसे भी समान दिया जाए.

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