Bilaspur News(विजय भारद्वाज): संजौली मस्जिद विवाद के बाद बिलासपुर के सांडू मैदान में बनी मजार को लेकर अभी विवाद खत्म भी नहीं हुआ था की कुछ अज्ञात लोगों ने मजार को तोड़ने का काम कर दिया. गौरतलब है कि कुछ दिन पहले इस मजार को लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट वायरल कर रातोंरात मजार का निर्माण करने व मजार के नाम पर बीबीएमबी की सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा करने की बात कही गई थी जिसके बाद देवभूमि क्षत्रिय संगठन स्वर्ण मोर्चा हिमाचल प्रदेश के कार्यकर्ता मजार के पास पहुंचे और स्थानीय लोगों से बातचीत के बाद यह जाना कि यह मजार बाबा खाकीशाह की है और राजाओं के समय से स्थापित है.
वहीं अफ़वाह फैलाने के मकसद से मजार का वीडियो वायरल करने के मामले में बिलासपुर सदर थाने में आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज भी किया गया था. वहीं अब मजार को लेकर विवाद पूरी तरह थमा भी नहीं था कि रात के अंधेरे में कुछ अज्ञात असामाजिक लोगों ने मजार को तोड़ दिया, जिससे आस पास रहने वाले लोगों में खासी नाराजगी देखने को मिल रही है, बता दें कि वर्ष 2022 में भी अज्ञात लोगों द्वारा इस मजार को तोड़ने का काम किया गया था.
वहीं अब दूसरी मर्तबा यह मजार तोड़ी गई है. वहीं मजार को तोड़ने के मामले में बिलासपुर सदर थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ BNS की धारा 298 के तहत मामला दर्ज कर पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है. प्राप्त जानकारी के अनुसार बिलासपुर डियारा सेक्टर के वार्ड नंबर 8 निवासी आमिर ख़ान जो की मछवारे का काम करता है उसके द्वारा सदर थाने में लिखित शिकायत दर्ज करवाई गई है, जिसमें कहा गया है कि 13 अप्रैल को आकिब हुसैन के साथ जब वह सांडू मैदान पहुंचे तो उन्होंने वहाँ मजार को टूटा हुआ पाया.
वहीं उन्होंने पुलिस शिकायत में कहा है कि यह घटना को रात के अंधेरे में अंजाम दिया गया है. बता दें की बिलासपुर के सांडू मैदान में बनी यह मजार बाबा खाकी शाह की है और जिसका निर्माण राजाओं के समय में किया गया था. वहीं भाखड़ा बांध निर्माण के दौरान पुराना बिलासपुर शहर गोविंद सागर झील की जद में आने से डूब गया था और यहां के पुराने मंदिर व मजार भी पानी में डूब गई थी.
वहीं झील की जद में आने के पश्चात ऊंची पहाड़ी पर नया बिलासपुर शहर तो बसाया गया मगर हर साल बरसात के बाद सांडू मैदान में पानी चढ़ने पर यह प्राचीन मंदिर व मजार डूब जाती है और पानी उतरने पर ऊपर आ जाती है. जिसके बाद स्थानीय लोग इस मजार पर टाइल्स लगाकर उसे नया बना देते हैं. मगर अब विवादों में आयी इस मजार को अज्ञात लोगों द्वारा तोड़े जाने से स्थानीय लोगों ने इसे धार्मिक भावनाओं व आपसी भाईचारे को को ठेस पहुंचाने का षड्यंत्र करार देते हुए पुलिस प्रशासन व प्रदेश सरकार से मामले में संलिप्त लोगों के खिलाफ सख्त कार्यवाही अमल में लाने की अपील की है.
वहीं हिमाचल प्रदेश विधानसभा उपाध्यक्ष विनय कुमार ने कहा कि प्रदेश की शांत वादियों में कुछ शरारती लोगों द्वारा धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के मकसद से जो कृत्य किए जा रहे हैं उन्हें किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा. साथ ही उन्होंने कहा कि शरारती लोग हर जगह होते हैं जिनपर नियंत्रण करने के आदेश मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखु द्वारा पहले भी प्रशासन को दिए गए थे, वहीं अब बिलासपुर में मजार तोड़ने की घटना को अंजाम देना सरासर गलत है और सरकर के संज्ञान में यह मामले है व इसमें संलिप्त असामाजिक लोगों को कड़ी सजा दी जाएगी.