Mandi News(नितेश सैनी): बीबीएमबी प्रबंधन ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर किसी प्रभावित को उनकी कालोनी में अस्थाई क्वार्टर देने की बात आएगी तो यह तभी दिए जाएंगे जब जिला प्रशासन बीबीएमबी से इस विषय पर लिखित में कहेगा. उसके बाद प्रशासन की इस बात उच्चाधिकारियों के समक्ष रखा जाएगा, जहां से मिलने वाले आदेशों पर ही आगामी कार्रवाई होगी.
बीबीएमबी के अधीक्षण अभियंता ई. अजय पाल सिंह ने कहा कि 2023 की आपदा बड़ी आपदा था जिस वक्त बीबीएमबी ने जिला प्रशासन को यह प्रस्ताव दिया था. लेकिन अभी ऐसे हालात नहीं है। फिर भी यदि कोई घर से बेघर हो गया है और उसे अस्थाई क्वार्टर देना है तो यह तभी दिया जाएगा जब जिला प्रशासन इस संदर्भ में लिखित में देगा.
पंडोह डैम से पानी छोड़ना हमारी मजबूरी, यह कोई स्टोरेज डैम नहीं
अजय पाल सिंह ने स्पष्ट किया कि बहुत से निर्णय उनके स्तर पर नहीं लिए जाते और इसके लिए उच्चाधिकारियों के आदेशों पर ही कार्य किया जाता है. किसी को अस्थाई कवार्टर देने का निर्णय लेना भी उनके स्तर पर संभव नहीं है. हमारा मुख्य उद्देश्य डैम का सही संचालन करना और इसके उचित रखरखाव से है. उन्होंने कहा कि पंडोह डैम से जो भी पानी छोड़ा जाता है उसे छोड़ना प्रबंधन की मजबूरी है. क्योंकि यह कोई स्टोरेज डैम नहीं बल्कि डायवर्सन डैम है. यहां से डैहर पावर हाउस के लिए जरूरत के हिसाब से पानी भेजा जाता है और जो पानी शेष बचता है उसे ब्यास नदी में ही छोड़ना पड़ता है.
पंडोह बाजार के लोग चाहते हैं बरसात में अस्थाई क्वार्टर
बता दें कि 2023 की आपदा में पंडोह बाजार पूरी तरह से जलमग्न हो गया था जिससे लोगों का भारी नुकसान हुआ था. इस बार भी भारी बारिश के कारण पंडोह बाजार में जलभराव हो गया था, जिससे फिर से लोगों का नुकसान हुआ है. ऐसे में पंडोह बाजार के लोग चाह रहे हैं कि उन्हें बरसात के दौरान दो महीनों के बीबीएमबी के खाली पड़े क्वार्टरों में रहने दिया जाए, ताकि वे बरसात के कारण होने वाले सामान के नुकसान से बच सकें और इस दौरान सुरक्षित रह सकें. लेकिन बीबीएमबी प्रबंधन ने पंडोह वासियों की इस मांग को एक तरह से खारिज ही कर दिया है.