Himachal Pradesh/विजय भारद्वाज: होली के दिन हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में अज्ञात हमलावरों ने पूर्व विधायक बंबर ठाकुर पर फायरिंग कर उन्हें घायल कर दिया था. वहीं इस गोलीकांड के दौरान पूर्व विधायक का पीएसओ संजीव कुमार ना केवल उनके आगे ढाल बनकर खड़ा हुआ बल्कि दो गोलियां लगने के बावजूद भी हमलावरों के आगे पिस्टल तान कर खड़ा हो गया था.
वहीं इस गोलीकांड में घायल पूर्व विधायक बंबर ठाकुर को जिला अस्पताल बिलासपुर से आईजीएमसी शिमला रेफर किया गया था तो साथ ही पीएसओ को उपचार के लिए एम्स अस्पताल बिलासपुर में दाखिल किया गया था, जहां वह अब बिल्कुल खतरे से बाहर है और समय रहते उनके शरीर से दोनों गोलियां निकाल ली गई थी. वहीं पूर्व विधायक के पीएसओ संजीव की बहादुरी की हर कोई जमकर तारीफ कर रहा है क्योंकि गोलीकांड के दौरान अगर पीएसओ संजीव ढाल बनकर पूर्व विधायक के आगे खड़े नहीं होते तो इस वारदात में बंबर ठाकुर की जान भी जा सकती थी.
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वहीं एम्स में उपचार के बाद अब थोड़ा ठीक होने के हालत में पीएसओ संजीव ने अपना बयान दिया है. पीएसओ संजीव का कहना है की वह किसी भी हाल में पुलिस विभाग का नाम खराब नहीं होने देते और अपनी जान गवाकर भी पूर्व विधायक की जान बचाते. साथ ही उन्होंने कहा कि जब हमलावरों ने फायरिंग शुरू की तो उसके जबाव में वह भी फायरिंग कर हमलावरों को मार गिरा सकते थे मगर पिस्टल को निकालने व लोड करने में कुछ समय लगता और इतने में हमलावर बंबर ठाकुर पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर देते जिससे उनकी जान भी जा सकती थी.
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इसीलिए सबसे पहले उसने पूर्व विधायक को कवर कर उन्हें सुरक्षित करने का काम किया व गाड़ी के नीचे छुपा दिया और उसके बाद हमलावरों पर गन से फायरिंग की मगर दो गोलियां लगने के कारण उन्हें थोड़ा धुंधला दिखाई दे रहा था जिससे वह एक्युरेट फायरिंग नहीं कर पा रहे थे और इतने में हमलावर फरार हो गए. साथ ही उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है की गोलीकांड में घायल पूर्व विधायक अब खतरे से बाहर हैं और दोनों की ही जान बच गई व दोनों का ही स्वास्थ्य धीरे-धीरे ठीक आ रहा है. बता दें कि संजीव कुमार वर्ष 2011 बैच के पुलिस विभाग में कांस्टेबल है और वर्ष 2016 में उनकी नियुक्ति बिलासपुर में हुई थी. वहीं पिछले पांच महीने से वह पूर्व विधायक बंबर ठाकुर के पीएसओ के रूप में सेवाएं दे रहे थे.