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पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले के विरोध में घुमारवीं में निकाली गई रोष रैली

Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के प्रसिद्ध पर्यटक स्थल पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले के विरोध में घुमारवीं में रोष रैली निकाली गई तो बाजार भी रहा बंद, एसडीएम के माध्यम से राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन तो आतंकवाद के खिलाफ मुंहतोड़ जबाव देने की लोगों ने करी अपील.  

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पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले के विरोध में घुमारवीं में निकाली गई रोष रैली
Raj Rani|Updated: Apr 23, 2025, 03:30 PM IST
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Bilaspur News(विजय भारद्वाज): जम्मू-कश्मीर के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल पहलगाम में मंगलवार को हुए भीषण आतंकी हमले के विरोध में बिलासपुर जिला के घुमारवीं का मुख्य बाजार दोपहर एक बजे तक बंद रहा. गौरतलब है की पहलगाम में हुए आतंकी हमले की खबर से जहां पूरे देश में आक्रोश व्याप्त है तो साथ ही हिमाचल प्रदेश में भी जगह-जगह विरोध रैली निकाली जा रही है. बात करें बिलासपुर जिला की तो घुमारवीं मुख्य बाजार के स्थानीय लोगों, व्यापारियों और सामाजिक संस्थाओं द्वारा आतंकी हमले के विरोध में रोष रैली निकाली गई है. 

संवेदना संस्था घुमारवीं के आह्वान पर स्थानीय लोगों व व्यापारियों द्वारा दकड़ी चौक से एसडीएम कार्यालय तक रोष रैली निकाली गई. वहीं प्रदर्शनकारियों ने आतंकवाद और सरकार की निष्क्रियता के खिलाफ जमकर नारेबाजी की, इस दौरान लोगों में जबरदस्त गुस्सा देखने को मिला. वहीं विरोध रैली के पश्चात प्रदर्शनकारियों ने एसडीएम घुमारवीं के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा है, जिसमें मांग की गई कि सरकार कश्मीर घाटी सहित सम्पूर्ण भारत से रेडिकल इस्लामिक आतंकवाद और रेडिकल इस्लामिक आतंकियों के विनाश के लिए कठोर कदम उठाए. 

इस बात की जानकारी देते हुए संवेदना संस्था घुमारवीं के सदस्य विशाल नड्डा ने कहा कि मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में हिंदू पहचान के आधार पर पर्यटकों को निशाना बनाया जाना अत्यंत निंदनीय और अमानवीय है. साथ ही उन्होंने कहा कि यह हमला केवल मानवता पर नहीं बल्कि पूरे हिंदू समाज पर सीधा हमला है. 

आतंकी चुन-चुन कर हिंदू पर्यटकों की पहचान कर उन्हें गोलियों से भूनते रहे और एकाएक कईं पर्यटकों को मौत के घाट उतार दिया. यह सिलसिला अब रुकना चाहिए और हमले में शामिल आतंकियों को किसी भी हाल में नहीं बख्शा जाना चाहिए. साथ ही उन्होंने बंगाल के मुर्शिदाबाद में हाल ही में हुई हिंसात्मक घटनाओं का भी हवाला दिया, जहां हिंदुओं पर हमला, लूटपाट और महिलाओं के साथ अभद्रता के आरोप लगे हैं. वहीं ज्ञापन के माध्यम से यह भी मांग की गई कि भारत सरकार उन आतंकी तत्वों के खिलाफ उसी भाषा में जवाब दे, जिसे वे समझते हैं.

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