Himachal Pradesh/विजय भारद्वाज: हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में गोली कांड का दूसरा मामला सामने आया है. होली पर्व के दिन पूर्व विधायक बंबर ठाकुर और उनके पीएसओ पर अज्ञात हमलावरों ने कईं राउंड फायरिंग कर उन्हें घायल कर दिया. जिसके बाद स्थानीय लोगों कि मदद से बंबर ठाकुर व उनके पीएसओ को पहले जिला अस्पताल बिलासपुर ले जाया गया जहां से प्राथमिक उपचार के बाद बंबर ठाकुर को आईजीएमसी शिमला व पीएसओ को एम्स अस्पताल बिलासपुर रेफ़र किया गया है. जहां उनका उपचार चल रहा है.
वहीं बिलासपुर में एक के बाद एक दो गोली कांड मामले सामने आने के ख़िलाफ़ भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं ने रोष रैली निकालकर चरमाई क़ानून व्यवस्था को लेकर प्रदेश सरकार के ख़िलाफ़ जमकर नारेबाजी की. गौरतलब है कि बिलासपुर सदर विधायक त्रिलोक जमवाल के नेतृत्व में जिला भाजपा कार्यालय से मुख्य बाजार होते हुए उपायुक्त कार्यालय तक रोष रैली निकाली गई जिसमें झंडूता से विधायक जीतराम कटवाल, पूर्व सांसद सुरेश चंदेल व पूर्व मंत्री राजेंद्र गर्ग, भाजपा नेता महेंद्र धर्माणी मौजूद रहे.
वहीं भाजपा नेताओं ने गोली कांड के खिलाफ उचित जांच कर आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग को लेकर उपायुक्त बिलासपुर आबिद हुसैन सादिक के माध्यम से राज्यपाल ज्ञापन भेजा है. वहीं बिलासपुर सदर विधायक त्रिलोक जमवाल ने कहा कि भानुपल्ली-बिलासपुर रेलवे लाइन में टनल निर्माण कंपनी के कार्यालय में दो गुटों में झगड़ा होता है जिसमें पूर्व विधायक बंबर ठाकुर घायल होते है.
इसके बाद पूर्व विधायक के साथ मारपीट के आरोपी पर शहीद स्मारक के समीप गोली चलती है जिसमें पूर्व विधायक के बेटे का नाम सामने आता है और अब 14 मार्च को अज्ञात शूटरस द्वारा पूर्व विधायक व उनके पीएसओ पर कईं राउंड फायरिंग होती है जिसमें दोनों घायल होते है. ऐसे भाजपा इन वारदातों की निंदा करती है. गोलीकांड में शामिल हमलावरों को जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग करती है.
साथ ही त्रिलोक जमवाल ने कहा की 16 मार्च तक पुलिस प्रशासन फरार हमलावरों को गिरफ्तार नहीं करती तो 17 मार्च को भाजपा कार्यकर्ता बिलासपुर शहर को बंद करवा देंगे. वहीं पूर्व विधायक बंबर ठाकुर द्वारा उनपर हुए हमले में विधायक त्रिलोक जमवाल का हाथ होने के आरोपों पर विधायक त्रिलोक जमवाल ने पलटवार करते हुए कहा शहीद स्मारक के समीप हुए पहले गोलीकांड में पूर्व विधायक के बेटे का हाथ होता है जिसमें उसे दो माह की जेल हुई थी और आज बेल आउट है. साथ ही उन्होंने कहा कि यह गैंगवार है जिसकी शुरुआत पूर्व विधायक के बेटे ने की थी और आज बिलासपुर के हालात ख़राब हो चले हैं और शांतिप्रिय शहर बिलासपुर में चिट्टा तस्करों की आपसी लड़ाई में एक गैंगवार शुरू हो गई है.