Home >>Himachal Pradesh

केंद्रीय विद्यालय घुमारवीं का भवन असुरक्षित घोषित, पहली से सातवीं कक्षा के छात्र ऑनलाइन पढ़ाई को मजबूर

केंद्रीय विद्यालय घुमारवीं के असुरक्षित भवन के चलते ऑनलाइन क्लास लगाने को मजबूर सातवीं तक के छात्र. 14 दिन बीत जाने के बावजूद छात्रों के लिए नहीं हुई कोई वैकल्पिक व्यवस्था. ऑफ़ लाइन क्लास ना लगा पाने के चलते छात्रों व अभिवावकों को आ रही समस्या.

Advertisement
केंद्रीय विद्यालय घुमारवीं का भवन असुरक्षित घोषित, पहली से सातवीं कक्षा के छात्र ऑनलाइन पढ़ाई को मजबूर
Raj Rani|Updated: Jul 16, 2025, 03:40 PM IST
Share

Bilaspur News(विजय भारद्वाज): हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिला स्थित केंद्रीय विद्यालय घुमारवीं के भवन में आई दरारों के चलते जहां सीपीडब्ल्यूडी द्वारा भवन को असुरक्षित घोषित किया गया है, तो वहीं 2 जुलाई से इस विद्यालय में पहली से सातवीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्रों को घर पर ही ऑनलाइन क्लास लगाने के निर्देश स्कूल प्रबंधन द्वारा दिये गए हैं. जबकि कक्षा 8वीं से 10वीं के छात्रों को दूसरे कमरों में शिफ्ट कर ऑफ लाइन कक्षा लगाई जा रही है. 

गौतलतब है कि वर्ष 2012 से केंद्रीय विद्यालय घुमारवीं में कक्षाएं शुरू की गई थी और यह विद्यालय तब से अबतक शिव मंदिर की सराएं में चल रही थी. वहीं इस बार मानसून की बरसात के दौरान विद्यालय के भवन में दरारें आना व पानी का रिसाव होने के चलते लोक निर्माण विभाग की टीम द्वारा इसका निरीक्षण कर अपनी रिपोर्ट सीपीडब्ल्यूडी को सौंपी गयी थी और इस रिपोर्ट के आधार पर विद्यालय के भवन को असुरक्षित घोषित कर दिया गया था. 

वहीं केंद्रीय विद्यालय घुमारवीं में पढ़ने वाले छात्रों की कक्षाएं शुरू करने के लिए अन्य किसी स्कूल व सरकारी भवन में ओकोमोडेशन ना मिलने के कारण स्कूल प्रबंधन को ऑनलाइन क्लासेज का सहारा लेना पड़ा और पीछले 14 दिनों से पहली से सातवीं कक्षा के छात्र घर पर ही ऑनलाइन क्लास अटेंड कर रहे हैं. वहीं इस बावत केंद्रीय विद्यालय में पढ़ने वाले छात्रों के परिजनों का कहना है कि रोजाना कईं घंटों की ऑनलाइन क्लास की वजह से उनके बच्चों की आँखें खराब होने का डर उन्हें सता रहा है, तो साथ ऑफ लाइन क्लासेज के जरिये जो प्रेक्टिकल नॉलेज व माहौल उनके बच्चों को मिलना चाहिए उनसे वह दूर होते जा रहे हैं. 

साथ ही परिजनों का कहना है कि जिनके दो या तीन बच्चे केंद्रीय विद्यालय में पढ़ रहे हैं और उनके पास एक ही फोन उपलब्ध है ऐसे में सभी बच्चों के लिए ऑनलाइन क्लास अटेंड करना चुनौती बन गया है, इसके अलावा सिग्नल की प्रोब्लम और फ़ोन के प्रति बच्चों की बढ़ती एडिक्शन की चिंता भी परिजनों को सताने लगी है. 

वहीं केंद्रीय विद्यालय घुमारवीं में पढ़ने वाले छात्राओं का कहना है कि ऑनलाइन क्लास पढ़ने से उन्हें जहां विषय को समझने में परेशनी होती है, तो साथ ही ऑफलाइन क्लास के दौरान कक्षा के आपसी माहौल से भी वह दूर होते जा रहे हैं. वहीं इस संबंध में एसडीएम घुमारवीं गौरव चौधरी का कहना है कि मंदिर के सराएं में चल रहे केंद्रीय विद्यालय घुमारवीं के भवन को असुरक्षित घोषित करने के बाद से जहां स्कूल की क्लासेज को अन्य जगह शिफ्ट करने की बात चल रही है मगर घुमारवीं उमण्डल के तहत कहीं उपयुक्त जगह ना मिल पाने के बावजूद भी प्रशासन की यह कोशिश है कि राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक बाल विद्यालय घुमारवीं में कुछ कमरें उपलब्ध कराएं जाएं जहां केंद्रीय विद्यालय की कक्षाएं शुरू हो सके. 

इसके अलावा केंद्रीय विद्यालय भवन में आई दरारों को लेकर मरम्मत पर भी प्रशासन विचार कर रहा है, जिसके संदर्भ में उन्होंने बीडीओ को एस्टीमेट बनाने के निर्देश दिए हैं जिसकी रिपोर्ट उन्हें जल्द मिल जाएगी और इस रिपोर्ट को उपायुक्त बिलासपुर को भेजा जाएगा ताकि एस्टीमेट पास होने के बाद केंद्रीय विद्यालय भवन की मरम्मत की जा सके और विद्यालय में पढ़ने वाले सभी छात्रों को ऑफलाइन क्लासेज की सुविधा मिल सके.

Read More
{}{}